रांची: नामकुम-कांड्रा लाइन के सर्वे का काम पूरा हो गया है. राज्य सरकार इसमें 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी देगी. इसके लिए सहमति बन गयी है. यह बातें दक्षिण-पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक एसएन अग्रवाल ने गुरुवार को रांची रेलवे स्टेशन के वीआइपी लॉज में प्रेसवार्ता में कही. उन्हाेंने कहा कि राज्य में जो भी परियोजनाएं चल रही हैं, इसके बारे में मुख्यमंत्री ने रुचि दिखाई है और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.
मुख्यमंत्री ने रांची से पंजाब, रांची-नयी दिल्ली राजधानी को प्रतिदिन करने, धरती आबा एक्सप्रेस का फेरा बढ़ाये जाने की भी बात कही है. इस पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा कि वे इस पर जाकर जल्द विचार करेंगे. भुवनेश्वर राजधानी का ठहराव मुरी में हो, इसके लिए भी जल्द प्रयास किया जायेगा. रांची स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन बनाने के बारे में तकनीकी बाधाएं आने के कारण फिलहाल यह मामला रुक गया है, इस पर बातचीत चल रही है. डेवलपरों ने मांग की है कि 35 वर्ष की जगह 99 वर्ष का लीज दिया जाये.
श्री अग्रवाल ने कहा कि सीएम की यह भी मांग थी कि रांची-दुमका एक्सप्रेस में एसी टू का एक कोच लगाया जाये और आइआरटीसी का कार्यालय खोला जाये, जिससे यहां के यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके. प्रेसवार्ता को रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी संबोधित करने वाले थे, लेकिन विलंब होने के कारण शामिल नहीं हो सकें.