रांची : विपक्षी पार्टियां गोलबंद हुई हैं. सोमवार को झामुमो छोड़ विपक्ष की सभी पार्टियां सड़क पर उतरी और सरकार को घेरा़ कांग्रेस, झाविमो, राजद, सपा, वामदल सहित आदिवासी-मूलवासी और सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने राजभवन के समक्ष धरना दिया. सरकार पर हमला करते हुए विपक्ष के नेताओं ने कहा कि यह सरकार झारखंडियों का हक मार रही है़ गरीब, किसान और आदिवासी-मूलवासियों की जमीन छीनना चाहती है.
सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है़ विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ संघर्ष का एलान करते हुए कहा कि गांव-गांव तक सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर आंदोलन किया जायेगा. इस सरकार को उखाड़ फेंका जायेगा. आनेवाले दिनों में सिर्फ सत्ता ही नहीं, व्यवस्था भी बदलेंगे. विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिल कर सीएनटी-एसपीटी में संशोधन के खिलाफ आंदोलन और जमीन अधिग्रहण के दूसरे मामले में दर्ज मुकदमे को वापस लेने की मांग की.
धरना में कौन-कौन नेता कार्यकर्ता हुए शामिल
धरना में झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय, अन्नपूर्णा देवी, प्रदीप यादव, बागुन सुम्ब्रई, भुनेश्वर प्रसाद मेहता, बंधु तिर्की, रामेश्वर उरांव, डॉ सबा अहमद, गीता श्री उरांव, केडी सिंह, फुरकान अंसारी, जीके बख्शी, दयामनी बारला, डॉ करमा उरांव, प्रेम शाही मुंडा, पांडेय हिमांशुनाथ राय, रंजन यादव, मनोहर यादव, खालिद खलील, अभय सिंह, राजीव रंजन मिश्रा, सरोज सिंह, योगेंद्र प्रताप सिंह, सुनील गुप्ता, सुनीता, रमा खलखो, अजय राय, विनय सिन्हा दीपू, सुरेंद्र सिंह, कुमार राजा सहित कई लोग शामिल हुए़
सरकार जश्न मना रही, गांव में है शोक : बाबूलाल मरांडी
झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार जश्न मना रही है, लेकिन गांव में शोक मनाया जा रहा है. झारखंड में पहले ऐसी लूट नहीं हुई. नौजवानों, छात्रों, किसानों का हक मारा जा रहा है. हर जगह भ्रष्टाचार का आलम है. कहीं कुछ नहीं बदला है. बिना पैसे के काम नहीं हो रहे हैं. ऐसी सरकार की कोई जरूरत नहीं है. यह जश्न सरकार का नहीं, बल्कि भाजपा का है. भाजपा के लिए जश्न मनाने में अधिकारी भी शामिल हैं. सारी चीजों की आनेवाले दिनों में जांच होगी़
भाजपा ने झारखंड को चारागाह बना दिया : अन्नपूर्णा
राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि भाजपा ने इस राज्य को चारागाह बना लिया है. दिल्ली के इशारे पर सरकार काम रही है. चंद घराने के लिए काम हो रहा है़ सरकार संवेदनहीन है़ इस सरकार को गरीब, किसान, आदिवासी, अल्पसंख्यक से लेना-देना नहीं है़ झारखंड में जनता नहीं, सरकार जश्न मना रही है़ इस फरेबी सरकार को उखाड़ फेंका जायेगा़
सत्ता ही नहीं, व्यवस्था भी बदलने के लिए संघर्ष करेंगे : सुबोधकांत
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि सत्ता ही नहीं, बल्कि व्यवस्था भी बदलने के लिए संघर्ष करेंगे. आज झारखंड के पुनर्निमाण के लिए संघर्ष शुरू हुआ है. झारखंड के हालात नहीं बदले हैं. स्कूल में शिक्षक नहीं हैं, अस्पताल में डॉक्टर नहीं है़ं भूख से मौत और किसानों की आत्महत्या सरकार के लिए शर्मनाक बात है, लेकिन सरकार जश्न मना रही है़ तीन वर्ष में इस राज्य में केवल जश्न ही मनाया गया़ उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में सांप्रदायिक ताकतों को मिल कर शिकस्त देंगे़
हम भी जिम्मेदार, जैसे संघर्ष की जरूरत थी, नहीं किया : केडी सिंह
भाकपा के राज्य सचिव केडी सिंह ने कहा कि राज्य में गरीबों को रोटी नहीं मिली. गरीबों के तन को कपड़ा नसीब नहीं हुआ़ राज्य के हालात बदतर हैं. इसके लिए हम भी जिम्मेवार हैं. जितना हमें संघर्ष करना चाहिए, उतना नहीं किया. अब हमें मिल कर गांव-गांव तक आंदोलन को ले जाना है. इस सरकार से झारखंड को निजात दिलाना है़
किसने क्या कहा
- सरकार केस वापस ले, नहीं तो ऐसा आंदोलन होगा कि जेल में जगह नहीं होगी : भुनेश्वर मेहता
- झारखंड में लूट मची है, सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है : प्रदीप यादव
- आनेवाले समय में चुनौती है, मिल कर आंदोलन करना होगा : बंधु तिर्की
- राज्य में ब्यूरोक्रेसी हावी, सब कुछ अफसर ही तय कर रहे : डॉ करमा उरांव
- समाज को तोड़ना और लोगों को लड़ाना चाहती है भाजपा : फुरकान
- आदिवासी-मूलवासी का हक मारने में लगी है सरकार : रामेश्वर उरांव
- जमीन लूटने की साजिश चल रही है, मुकाबला करना होगा : प्रेमशाही मुंडा