कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा
नयी दिल्ली/रांची : वर्ल्ड फूड इंडिया उत्सव में भारत और विश्व के विभिन्न व्यंजन लोगों को आकर्षित कर रहे हैं. इंडिया गेट पर आयोजित इस उत्सव में विभिन्न राज्यों के परंपरागत खाद्य उत्पादों की प्रदर्शनी लगायी गयी है.
इसे देखने के लिए देश और विदेश के लोग आ रहे हैं. झारखंड के स्टॉल में बांस का अचार सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र हैं. लोग बांस के अचार को लेकर उत्सुक दिखे और इसके बनाने की विधि जाननी चाही. साथ ही झारखंड के स्टॉल में परंपरागत तौर पर उगाये जाने वाले फसलों को लेकर भी लोगों में काफी दिलचस्पी दिखायी दी. मूंग, उड़द के देशी गुणवत्ता वाले ब्रांड काे देखने वालों की भीड़ लगी हुई थी. बिहार के स्टॉल पर विभिन्न प्रकार के चावल और चूड़ा को देखने के लिए भीड़ लगी हुई थी. यह पहला मौका है कि जब सरकार इतने व्यापक पैमाने पर भारतीय व्यंजनों को प्रमोट कर रही है.
क्या है उद्देश्य : इस उत्सव का उदघाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फूड उत्सव का मकसद लोगों को विभिन्न राज्यों के व्यंजनों के बारे में जानकारी देना है. जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि इससे कई प्रकार की समस्याएं खत्म हुई हैं और इज ऑफ डूइिंग में देश की रैंकिंग बेहतर हो पायी है.
इस आयोजन का मकसद किसानों को वैश्विक बाजार से जोड़ना है. हमारा मकसद पांच साल में किसानों की आय को दोगुना करना है. इस कार्यक्रम में 70 देशों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. 5 नवंबर को आखिरी दिन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के भाषण से इसका समापन होगा. शनिवार को इस उत्सव में 1100 किलो की खिचड़ी बनाकर विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी हो रही है.
रांची :वर्ल्ड फूड इंडिया में विशेष सत्र में जापानी निवेशक भी हुए शामिल
रांची : नयी दिल्ली में चल रहे वर्ल्ड फूड इंडिया समिट में कृषि मंत्री रणधीर कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं. झारखंड एशियन क्षेत्र में निर्यात के लिए न केवल यातायात संरचना उपलब्ध करता है, बल्कि विभिन्न प्रकार के फसलों का उत्पादन भी करता है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में झारखंड चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर है एवं निवेश की संभावनाओं से परिपूर्ण है. वर्ल्ड फूड इंडिया में झारखंड के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें जापानी प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित हुआ.
बागवानी उत्पादन में देश के प्रथम 10 राज्यों में: विशेष सत्र में मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि झारखंड पूरे भारत में बागवानी उत्पादन में देश के प्रथम 10 राज्यों में है. उन्होंने कहा कि झारखंड प्रत्येक वर्ष आवश्यकता से 18 लाख टन से अधिक उच्च गुणवत्तायुक्त सब्जी उत्पादन करता है.
कहा कि झारखंड में व्यवसाय हेतु अनुकूल वाताव रण तैयार किया गया है और केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को नियोजित तरीके से व्यापार अनुकूल बनाया गया है. साथ ही झारखंड में निवेश के लिये इच्छुक उद्योगों को राज्य की योजना एवं इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर उचित मंच उपलब्ध करा रहा है. उद्योग सचिव सुनील बर्णवाल ने झारखंड की आर्थिक स्थिति को रेखाकिंत करते हुए इज आफ डूइंग बिजनेस के बाबत जानकारी दी.
जापान के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन युताका किकुटा ने झारखंड में निवेश की संभावनाओं को बताया. उन्होंने कहा कि झारखंड भारत का फूड फैक्ट्री बन सकता है.
जेट्रो के नकाजो ने कहा कि झारखंड और जापान में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज में अच्छा रिश्ता कायम हो सकता है. कृषि सचिव पूजा सिंघल ने झारखंड में कृषि परिदृश्य पर एक प्रजेंटेशन दिया, जिसमें राज्य में कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं के बाबत जानकारी दी.
साथ ही निवेशकों से फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में निवेश की अपील भी की गयी. इसकी पूर्व मंत्री रणधीर सिंह ने फूड प्रोसेसिंग की विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और झारखंड में निवेश की अपील की. कार्यक्रम में उद्योग निदेशक के रविकुमार समेत अन्य उपस्थित थे.