रांची : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास पुलिस को बार-बार जनता के साथ मानवीयता के साथ पेश आने की सीख देते हैं. झारखंड के पुलिस प्रमुख और जिलों के एसपी कहते हैं कि पुलिस जनता की सेवा के लिए है, उनकी रक्षा के लिए है. उनसे डरें नहीं, उनका सहयोग करें. लेकिन, झारखंड पुलिस के सिपाहियों के कारनामे सुनेंगे, तो आपकी रूह कांप उठेगी.
जी हां, गाड़ीखाना के रहने वाले सोनू सिंह की पुलिस ने इतनी बेरहमी से पिटाई की कि वह विक्षिप्त हो गया है. 10दिन पहले के सोनू में और आज के सोनू में जमीन-आसमान का अंतर आ गया है. दरअसल, 15 अक्तूबर को रांची ट्रैफिक पुलिस और कोतवाली थाना की पुलिस ने उसे इतना पीटा कि उसका मानसिक संतुलन ही बिगड़ गया. उसका गुनाह सिर्फ इतना था कि वह उस समय रोड पार गया, जब मुख्यमंत्री रघुवर दास का काफिला वहां से गुजरने वाला था.
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मामला 15 अक्तूबर, 2017 का है. मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने वाला था. काफिले के वहां पहुंचने से पहले ही सोनू रोड पार कर गया. ट्रैफिक पुलिस के सिपाही यादव जी इसे बर्दाश्त न कर सके. सोनू को पकड़ा और जमकर उसकी धुनाई कर दी. बुरी तरह पीटने के बाद उसे कोतवाली थाना के हवाले कर दिया गया. बाद में थाने में भी उसकी खूब पिटाई हुई. पिटाई से सोनू बेहोश हो गया, तो उसे सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया.
सोनू की मां परेशान हैं. कैसे होगा बेटे का इलाज. हालांकि, वह ईश्वर का शुक्रिया अदा करती हैं कि उनके बेटे की जान बच गयी. लेकिन, बेटे के भविष्य को लेकर भी चिंतित हैं. सोनू की मां ने बताया कि उन्हें मालूम भी नहीं होता, यदि उनका छोटा बेटा उसकी तलाश में कोतवाली थाना न गया होता. कोतवाली थाना में बंद कैदियों ने उसे बताया कि उसके भाई की किस बेरहमी से पिटाई हुई. जब वह बेहश हो गया, तो पुलिस वालों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती करवा दिया.
इसके बाद सोनू का भाई सदर अस्पताल पहुंचा. वहां अपने बड़े भाई की हालत देखकर वह दंग रह गया. उसने अपनी मां को बुलाया. सोनू को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है, लेकिन अब उसकी मानसिक स्थिति सामान्य नहीं रही.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि कुछ दिन पहले ही रामगढ़ में झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के काफिले को साईड देने में देरी होने पर उनके सुरक्षाकर्मियों ने सेना के जवान की जमकर पिटाई की थी. जवान ने मंत्री से अपनी पिटाई का कारण पूछा, तो उन्होंने उससे कहा कि जल्दी से भाग जाओ, नहीं तो और पिटाई होगी.

