श्री सिंह मंगलवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों के साथ बात कर रहे थे़ उन्होंने कहा कि सरकार का दायित्व था कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा करे, लेकिन राज्य में इलाज के अभाव में बच्चे की मौत हो रही है, जहरीले शराब से राजधानी में लोग मर रहे हैं. सिमडेगा, झारिया और देवघर में भूख से लाेगों की मौत हो रही है़ श्री सिंह ने कहा कि अधिकारियों से एक साजिश के तहत बयान दिलाया जा रहा है कि लोगों की मौत बीमारी से हो रही है़ यह राज जायेगा, तो ऐसे अधिकारियों के काम की जांच होगी़.
राज्य के मंत्री कहते हैं कि आधार से लिंक नहीं होने पर भी राशन दिया जायेगा. ऐसे राशन कार्ड रद्द नहीं किये जायेंगे. सीएस आदेश देती हैं कि ऐसे राशन कार्ड जो आधार से लिंक नहीं है, रद्द होंगे. बाद में सीएस कहतीं हैं कि उन्होंने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया. मुख्यमंत्री बयान देते हैं कि भूख से मौत नहीं हुई है. यह तय होना चाहिए कि कौन झूठ और कौन सच बोल रहा है. कांग्रेस नेता श्री सिंह ने कहा कि केंद्रीय टीम को सिमडेगा जाने से रोका गया. केंद्रीय टीम को सिमडेगा जाकर पीड़ित परिवार से मिलना चाहिए था.
श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सिमडेगा गये़ जब भूख से मौत का मामला सामने आया, तो सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाली बातें करते है़ं उन्होंने कहा कि 30 अक्तूबर को भूख से मौत के खिलाफ राज्य भर के हर जिला में धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम किया जायेगा. पार्टी के सभी नेता इस कार्यक्रम में अपने-अपने जिलाें से शामिल होंगे. यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक राशन नहीं मिलनेवालों को सरकार मुआवजा नहीं देती है. मंत्री ने कहा है कि ऐसे गरीबों को मुआवजा दिया जायेगा़ मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार, सुबोधकांत सहाय, विधायक मनोज यादव, प्रदीप तुलस्यान और दुलाल भुइयां मौजूद थे़