श्री वर्णवाल ने कहा कि शो के जरिये राज्य की जलवायु, यहां के इज ऑफ डूइंग बिजनेस, मैन पावर और राज्य सरकार के उद्योग को बढ़ावा देने वाली नीतियों से खनन संबंधित उद्योग लगाने की पृष्ठभूमि तैयार की जा रही है. माइनिंग शो का मुख्य उद्देश्य माइनिंग से जुड़े उद्योगों को बढ़ावा देना है. शो में देश-विदेश की कंपनियां और देश की बड़ी खनन कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
राज्य के इतिहास में यह पहला ग्लोबल माइनिंग समिट होगा. अब तक विदेशों में या कोलकाता जैसे बड़े शहरों में ही ऐसे आयोजन होते थे. सीआइआइ, कोल इंडिया, टाटा स्टील, सेल और एनटीपीसी के साथ मिल कर राज्य सरकार इस शो का आयोजन कर रही है. यह राज्य में खनन उद्योग से संबंधित उपकरणों के निर्माण के लिए संयंत्र लगाने वालों के लिए आमंत्रण है. अगले महीने से राज्य में कई मिनरल ब्लॉक की नीलामी होनेवाली है. राज्य सरकार की नीतियां माइनिंग और मिनरल उद्योग के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध करा रही हैं. उद्योगों के लिए संभावनाएं तलाश रही हैं. मौके पर सीआइआइ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील भास्करन व खान निदेशक अबु बकर सिद्दिकी के अलावा सीसीएल और सेल के प्रतिनिधि उपस्थित थे.