कुछ लोगों ने जब ठेकेदार से पूछा कि एक ही सड़क दो प्रकार का क्यों बन रही है, तो उन्होंने कहा कि जमीन जहां दलदली थी, वहां सड़क आरसीसी और जहां दलदली नहीं थी, वहां पीसीसी बना रहे हैं. निगम से यही आदेश है. हालांकि, हकीकत में जो सड़क अभी पीसीसी बन रही है, वही दलदली है. सीवरेज-ड्रेनेज का पाइप बिछाने के क्रम में जलापूर्ति की पाइप टूट गयी थी, जिससे पूरी सड़क डूबी रहती है. आनन-फानन में डूबी सड़क में कुछ मिट्टी भरकर पीसीसी सड़क बनायी जा रही है, जो एक साल भी टिक जाये, तो आश्चर्य नहीं होगा.
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हरिहर सिंह रोड को मजाक बनाकर रख दिया, आधी बनायी आरसीसी आधी पीसीसी बना रहे
रांची : हरिहर सिंह रोड की डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क आधी आरसीसी बनी और अब आधी पीसीसी बनायी जा रही है. पहले बनी आधी सड़क (मोरहाबादी से लेकर खुदीराम बोस चौक) रात में बनायी गयी. इसमें छड़ का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. लोगों ने विरोध किया तो छड़ डाल कर (आरसीसी) सड़क बनायी […]
रांची : हरिहर सिंह रोड की डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क आधी आरसीसी बनी और अब आधी पीसीसी बनायी जा रही है. पहले बनी आधी सड़क (मोरहाबादी से लेकर खुदीराम बोस चौक) रात में बनायी गयी. इसमें छड़ का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था. लोगों ने विरोध किया तो छड़ डाल कर (आरसीसी) सड़क बनायी गयी. खबरें प्रकाशित होने पर शनिवार से शेष बची आधी सड़क दिन में पीसीसी बनायी जाने लगी. अर्थात बिना छड़ के.
कुछ लोगों ने जब ठेकेदार से पूछा कि एक ही सड़क दो प्रकार का क्यों बन रही है, तो उन्होंने कहा कि जमीन जहां दलदली थी, वहां सड़क आरसीसी और जहां दलदली नहीं थी, वहां पीसीसी बना रहे हैं. निगम से यही आदेश है. हालांकि, हकीकत में जो सड़क अभी पीसीसी बन रही है, वही दलदली है. सीवरेज-ड्रेनेज का पाइप बिछाने के क्रम में जलापूर्ति की पाइप टूट गयी थी, जिससे पूरी सड़क डूबी रहती है. आनन-फानन में डूबी सड़क में कुछ मिट्टी भरकर पीसीसी सड़क बनायी जा रही है, जो एक साल भी टिक जाये, तो आश्चर्य नहीं होगा.
नियमों की अनदेखी कर बन रही घटिया सड़क : जैसे-तैसे बनी आधी सड़क के बीचोबीच मेन होल के ढक्कन खतरों को न्योता दे रहे हैं. वहीं, सड़क के एक ओर बारिश के पानी के लिए नाली भी नहीं बनायी गयी. दूसरी ओर, आरसीसी बनी आधी सड़क कई जगहों पर अधूरी है. आड़ी-तिरछी सड़कों का एलाइनमेंट भी नहीं किया गया.
तीन साल से जनता परेशान : हरिहर सिंह रोड की सड़क को पहले सीवरेज-ड्रेनेज के नाम पर बरसात में ही खोद दिया गया. सड़क की स्थिति इतनी खराब कर दी गयी कि अक्सर गाड़ियां फंसने लगीं. कई लोगों के हाथ टूटे, सिर फटे. गुस्से में एक युवक ने निर्माण कार्य में लगी जेसीबी को भी फूंकने की कोशिश की थी. विरोध और हंगामा के बाद नगर निगम ने सड़क का निर्माण शुरू कराया. इसके लिए सीवरेज-ड्रेनेज का काम कर रही कंपनी ज्योति बिल्डटेक को अलग से फंड आवंटित किया गया. इसका भुगतान सड़क निर्माण पूरा होने के बाद नापी के हिसाब से किया जायेगा.
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