गाजे-बाजे व पड़हा झंडे के साथ पहुंचे पाहन, की पूजा अर्चना
मांडर : आदिवासियों की परंपरा व संस्कृति से ओत प्रोत दो दिवसीय मुड़मा जतरा मेले में शुक्रवार को उदघाटन के बाद से ही भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी. मेले में मनोरंजन के लिए खेल-तमाशे, बिजली चालित झूले, सर्कस, मौत का कुआं आदि लगाये गये हैं.
सौंदर्य प्रसाधन, दैनिक उपयोग की सामग्री, कृषि उपयोग के सामान, खिलौने, फास्ट फूड, ईख, मिठाई व खाने-पीने की भी सैकड़ों दुकानें लगी है. मेला परिसर में सूचना एवं जनसंपर्क, कृषि, स्वास्थ्य व पौधा संरक्षण विभाग की ओर से स्टॉल लगाया गया है. मेला के उदघाटन के मौके पर पश्चिम बंगाल के धर्मगुरु जीतु उरांव, छत्तीसगढ़ के मिटकु उरांव, संचालन समिति के अध्यक्ष जगराम उरांव, नंदलाल नायक, बिरसा तिग्गा, संजय भगत, प्रमुख अनिता देवी, रंथु उरांव, अनिल उरांव, जतरू उरांव, शिव उरांव, एतो उरांव, मनोज उरांव, भोला उरांव, बंधन उरांव, कुणाल उरांव, सुनील उरांव कमले उरांव, वीरेंद्र उरांव सहित अन्य लोग मौजूद थे.
सरना धर्मगुरु ने जतरा के महत्व पर प्रकाश डाला : सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने मुड़मा जतरा के एेतिहासिक, सामाजिक व धार्मिक महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि यह आदिवासियों का शक्ति पीठ है. आदिवासी व मुंडा समाज का मिलन स्थल भी है. यहां सभी समाज के लोग आते हैं. सुख-समृृद्धि व शांति के लिए प्रार्थना करते हैं.
पाड़हा झंडे के साथ मेला स्थल पहुंचे पाहन : गाजे-बाजे व पाड़हा झंडे के साथ मेला स्थल पहुंचे पाहनों ने परंपरा के अनुसार सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा की अगुवाई में अधिष्ठात्री शक्ति के प्रतीक जतरा खूंटे की परिक्रमा व पूजा-अर्चना की. यहां 40 पाड़हा के प्रतीक स्वरूप पाहनों ने दीप भी जलाया. मुख्यमंत्री ने जतरा खूंटा की पूजा-अर्चना भी की.
प्रशासन ने किये हैं व्यापक इंतजाम : मेला में शांति व विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किये गये हैं.
सीसीटीवी से निगरानी के अलावा मेले को चार जोन में बांट कर दंडाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. अतिरिक्त पुलिस बल के अलावा काफी संख्या में लाठीधारी व महिला पुलिस को भी मेले में तैनात किया गया है. सदर एसडीओ एके सत्यजीत व ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह स्वयं मेला में कैंप किये हुए हैं. राजी पाड़हा मुड़मा जतरा संचालन समिति के लोगों ने बताया कि काफी संख्या में उनके स्वयंसेवक भी मेला में प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं.
मीडिया के लिए बनाया गया मंच टूटा : समारोह स्थल पर मीडिया के लिए बनाया गया मंच टूट गया. जिससे कई मीडिया कर्मी नीचे गिर गये. उन्हें मामूली चोटें आयी है.
सरना कोड लागू हो : गंगोत्री
उदघाटन समारोह में विधायक गंगोत्री कुजूर ने कहा कि मुड़मा जतरा ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल है. यहां दूसरे समुदाय के लोग आते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य में शीघ्र सरना कोड लागू करने की मांग की. मौके पर पूर्व विधायक समीर उरांव ने भी विचार व्यक्त किये.