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मिड डे मील: 53 करोड़ रुपये कई बैंक और माइंस आॅनर के खाते में डाला
रांची : मिड डे मील का पैसा भानु कंस्ट्रक्शन के एकाउंट में अाने के बाद इसके प्रोपराइटर ने पैसे को दूसरे खाते में डाल दिया. दूसरी तरफ, भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में पैसा भेजे जाने की जानकारी बैंक को मिली, तो वरीय अधिकारियों ने इसकी पड़ताल शुरू की. जब पूरे मामले पर अधिकारियों की नजर […]
रांची : मिड डे मील का पैसा भानु कंस्ट्रक्शन के एकाउंट में अाने के बाद इसके प्रोपराइटर ने पैसे को दूसरे खाते में डाल दिया. दूसरी तरफ, भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में पैसा भेजे जाने की जानकारी बैंक को मिली, तो वरीय अधिकारियों ने इसकी पड़ताल शुरू की. जब पूरे मामले पर अधिकारियों की नजर गयी तो उनकी आंखें भी खुली रह गयी. उन्होंने पाया कि भानु कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर ने इस पैसे को कई एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया. उसने कुछ पैसे अपने दूसरे बैंकों के खाते में डाल दिया. करीब 10 करोड़ रुपये ओड़िशा के एक माइंस ऑनर के खाते में डाल दिया. माइंस ऑनर ने इस पैसे को अपने लोन एकाउंट में डाल दिया है, जिसे रिकवर करना फिलहाल एसबीअाइ के लिए मुश्किल हो रहा है.
पांच बैंकों के खाते में पैसा डाल दिया भानु कंस्ट्रक्शन ने: भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में 100 करोड़ एक लाख रुपये स्टेट बैंक की हटिया शाखा से आया. पैसा खाते में आने के बाद भानु कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर ने 53 करोड़ रुपये आइडीबीआइ, एक्सिस, इंडसइंड, बैंक अॉफ इंडिया, एचडीएफसी के खाते में डाल दिया. इसके अलावा इन खातों में डाली गयी राशि को भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक ने दूसरे लोगों के एकाउंट में भी ट्रांसफर कर दिया. बैंक को जब दूसरे बैंकों के खाते में राशि भेजे जाने की जानकारी मिली, तो अधिकारियों ने उन बैंकों के प्रबंधन से संपर्क कर पूरे मामले में सहयोग का आग्रह किया है. हालांकि प्रोपराइटर ने करीब 47 करोड़ रुपये एसबीअाइ के एकाउंट में ही रहने दिया. इस कारण बैंक ने पैसे को तुरंत खाते से रिकवर कर लिया.
करीब 70 करोड़ वापस आया: बैंक के अधिकारियों की मानें तो 47 करोड़ रुपये वापस लेने के बाद बैंक ने अन्य राशि को वापस लाने का प्रयास शुरू कर दिया है. कई बैंकों से करीब 23 करोड़ रुपये और खाते में से वापस लाया जा चुका है. शेष राशि के बारे में बैंक पता लगाने की कोशिश कर रही है. इस संबंध में बैंक के डीजीएम डीके पंडा ने कहा कि मिड डे मिल का पूरा पैसा सरकारी खाते में डाल दिया गया है. भानु कंस्ट्रक्शन से शेष राशि वसूलने का प्रयास किया जा रहा है. पूरी राशि ब्याज के साथ वसूली जायेगी. इस मामले में कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी. पूरे मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें नहीं छोड़ा जायेगा.
आउट ऑफ स्टेशन है भानु कंस्ट्रक्शन का मालिक
भानु कंस्ट्रक्शन का दफ्तर अरगोड़ा के शिव दयाल नगर स्थित बसंती रेसीडेंसी के द्वितीय तल्ले पर हैं. मामले में पक्ष लेने के लिये कंस्ट्रक्शन के मालिक संजय तिवारी से उनके दफ्तर के नंबर 9234198541 पर कोशिश की गयी. एक महिला कर्मी ने फोन उठाया, उसने कहा कि संजय तिवारी आउट ऑफ स्टेशन हैं. उनका मोबाइल नंबर भी उपलब्ध नहीं कराया. कहा कि नंबर नहीं दे सकते हैं. इसके बाद प्रभात खबर की टीम उनके दफ्तर भी गयी. वहां पर पार्किंग मेंं दो गार्ड और एक अन्य व्यक्ति था. एक गार्ड ने फोन से आॅफिस कर्मी से बात की. फिर कहा कि आप लोग दफ्तर में नहीं जा सकते हैं.
क्या करता है भानु कंस्ट्रक्शन :भानु कंस्ट्रक्शन सड़क और ब्रिज बनाने का काम करता है. कुछ लोगों ने बताया कि यह दूसरी बड़ी कंपनियों से पेटी कांट्रेक्ट पर ठेका लेकर काम करता है.
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