इस कमी को दूर करने के लिए सरकार ने तीन नये मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी. हजारीबाग, पलामू और दुमका में 500-500 बेड व 100-100 एमबीबीएस सीट वाले मेडिकल कॉलेज खुलेंगे. 1970 के बाद यह पहला मौका था, जब नये मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी गयी. अभी राज्य में रिम्स, एमजीएम और पीएमसीएच मेडिकल कॉलेज हैं.
दूसरी ओर राज्य सरकार की पहल पर केंद्र सरकार ने देवघर में एम्स की स्थापना को मंजूरी दे दी है. यानी राज्य में चार नये मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल खुलने जा रहे हैं. दूसरी ओर इटकी टीबी सेनिटोरियम की जगह सरकार ने मेडिको सिटी बनाने की मंजूरी दे दी है, जहां एक और मेडिकल कॉलेज समेत डायबिटीज सेंटर व कैंसर सेंटर भी खुलेंगे. टाटा ट्रस्ट को भी रिनपास परिसर में कैंसर अस्पताल खोलने की मंजूरी दी गयी.
- राज्य के पढ़े-लिखे युवकों को रोजगार मिले, इसके लिए मेडिकल डिप्लोमा कोर्स की शुरुआत की गयी
- पूर्व में 35 बीमारियों में सरकारी सहायता मिलती थी, सरकार ने अब 155 बीमारियों को शामिल कर लिया है.
- स्वास्थ्य विभाग में 2015 के बाद से डॉक्टर समेत विभिन्न पदों पर दो हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति की गयी
- बीमारी सहायता निधि में पूर्व में केवल बीपीएल को मदद मिलती थी, सरकार ने अब 72 हजार सालाना आय वालों को भी इसमें शामिल कर लिया है
- पूर्व में गंभीर बीमारी के इलाज के लिए 2.5 लाख तक आर्थिक मदद की राशि को बढ़ा कर पांच लाख रुपये कर दिया गया