सास ने बताया कि रूकैया खाना बनाने की बात कह कर छत पर बने रसोईघर में अपने बच्चे को लेकर गयी. कुछ देर बाद चिल्लाने की आवाज सुन कर वह छत पर गयी, जहां देखा की कमरे से धुंआ निकल रहा है और अंदर बच्चे व उसकी मां चिल्ला रही है. दरवाजा अंदर से बंद था. हल्ला सुन आसपास के लोगों ने दरवाजा तोड़ कर खोला तो देखा कि दोनों मां-बेटा जल कर जमीन पर गिरे हुए हैं. रूकैया की मौत हो चुकी थी और बच्चे की जान बाकी थी. उसे सब इलाज के लिए हजारीबाग ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी.
खबर लिखे जाने तक पुलिस चौपारण महाराजगंज से आने वाले रूकैया के मायकेवालों का इंतजार कर रही थी. रूकैया का पति गुलजार अंसारी सुबह सात बजे घर से बाहर काम करने निकला था. खबर सुन कर घर आया. पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस के अनुसार, पति ने बताया कि उसकी पत्नी से एक कपड़े को लेकर हल्का विवाद हुआ था. इसके बाद उसे और कोई जानकारी नहीं है.