अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा लेना जरूरी कर दिया गया है. सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ाने वाले शिक्षकों को डीएलएड पाठ्यक्रम 2019 तक पूरा करना है.
दो वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए अब निबंधन कराने का निर्देश सभी राज्यों को दिया गया है. 2019 के बाद बगैर शिक्षण प्रशिक्षण के डिग्री, डिप्लोमा के कोई भी शिक्षक किसी स्कूलों में नहीं पढ़ा सकेंगे. केंद्र सरकार ने कहा है कि एनआइओएस की वेबसाइट www.nios.ac.in में निबंधन कराया जा सकता है. पहले वर्ष के लिए 4500 रुपये का ऑनलाइन शुल्क भी भरना जरूरी है. 12वीं उत्तीर्ण अभ्यर्थी अपना ऑनलाइन आवेदन दे सकते हैं.