नयी एजेंसी को वर्क ऑर्डर देने के पहले प्रक्रिया पूरी करने की हिदायत दी. तकनीकी समस्या की वजह से ही एजेंसी या संवेदक को राहत दिये जाने पर मंत्री ने नाराजगी जतायी. श्री चौधरी ने स्थानीय स्तर पर लोगों का सहयोग लेने, काम में स्थानीय व्यक्ति को प्राथमिकता देने, योजना की मॉनिटरिंग करने, डूब क्षेत्र के प्रभावित लोगों को आरएनआर साइड में बसाने और फसल क्षतिपूर्ति देने पर भी विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया.
बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव सुखदेव सिंह, मंत्री के आप्त सचिव डॉ लंबोदर महतो, अभियंता प्रमुख आरएस तिग्गा, मुख्य अभियंता अशोक सिंह, मुख्य अभियंता हजारीबाग रामचंद्र रजक, विशेष भूअर्जन पदाधिकारी, बृजकिशोर सिन्हा, कार्यपालक अभियंता, हजारीबाग भवानंद मंडल व सहायक अभियंता विद्याभूषण चौधरी आदि मौजूद थे.