विपक्ष की एकता को लामबंद करने के लिए 27 अगस्त को पार्टी की महारैली आहूत है. इस रैली के जरिये पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों पर भाजपा के अत्याचार को उजागर किया जायेगा. 12 कारपोरेट घरानों के पास दो लाख करोड़ से अधिक की राशि होने और गरीब किसानों की आत्महत्या पर भी चर्चा की जायेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी की रैली के लिए पर्चा छपवाने की जिम्मेवारी महासचिव अर्जुन यादव, कैलाश यादव, जिलाध्यक्ष आबिद अली और मुक्तेश्वर को जवाबदेही सौंपी गयी है. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे हमले की पार्टी निंदा करती है. इस अवसर पर विधायक संजय सिंह यादव, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, प्रदेश प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार, कैलाश यादव, अजय चंद्रवंशी, संतोष प्रसाद, प्रण कुमार, बलबीर देव, मुमताज खान, मनोज अग्रवाल समेत अन्य मौजूद थे.
गो रक्षा के नाम पर लोगों की हत्या की निंदा भी पार्टी कार्यताओं ने की. कहा गया कि इस तरह की घटनाओं की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) द्वारा करनी चाहिए. उन्होंने सरकार द्वारा शराब की बिक्री को गलत बताया. सीएनटी-एसपीटी के संशोधन का भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया. सरकार द्वारा राज्य में गैर मजरुआ भूमि की जमाबंदी दरों को लगान रसीद नहीं काट कर परेशान करने की नीयत की भी भर्त्सना की गयी.
यह कहा गया कि सरकार एक सुनियोजित तरीके से दखलकार की जमीन को लैंड बैंक बना कर कब्जा कर रही है. पुलिस हिरासत में हत्या और प्रताड़ित किये जाने और राज्य भर में हो रही आत्महत्या पर अंकुश लगाने की मांग की गयी. दारोगा नियुक्ति पर उम्र सीमा में छूट दिये जाने की बातें भी नेताओं ने कहीं. बैठक में विधायक संजय सिंह यादव, पूर्व मंत्री सुरेश पासवान, रामचंद्र सिंह चेरो, डॉ मनोज कुमार, अरुण राय, मुमताज खान, मनोज अग्रवाल, ओम प्रकाश, डॉ एमएम खान, मदन यादव, अर्जुन यादव, अजय चंद्रवंशी, प्रणव कुमार, रामकुमार सिंह यादव समेत अन्य लोगों ने भी विचार रखे.