सखी मंडल के रजत जयंती समारोह एवं नाबार्ड बैंक लिंकेज कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने की शिरकत

रांची : नाबार्ड द्वारा आयोजित स्वयं सहायता समूह यानी सखी मंडल के रजत जयंती समारोह एवं नाबार्ड बैंक लिंकेज कार्यक्रम का आयोजन राजधानी रांची के प्रोजेक्ट बिल्डिंग परिसर में हुआ. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने महिलाओं की हौसला अफजाई करते हुए आत्मनिर्भर बनने में सरकार की ओर हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 4, 2017 6:52 PM

रांची : नाबार्ड द्वारा आयोजित स्वयं सहायता समूह यानी सखी मंडल के रजत जयंती समारोह एवं नाबार्ड बैंक लिंकेज कार्यक्रम का आयोजन राजधानी रांची के प्रोजेक्ट बिल्डिंग परिसर में हुआ. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने महिलाओं की हौसला अफजाई करते हुए आत्मनिर्भर बनने में सरकार की ओर हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया. कार्यक्रम में राज्यस्तरीय स्वयं सहायता समूह, शाखा प्रबंधकों एवं अग्रणी जिला प्रबंधकों को प्रशस्ति पत्र तथा सम्मान प्रदान किया गया. कार्यक्रम में नाबार्ड के सीजीएम एस मंडल, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक पी बारला, जीएम एसएलबीसी श्रीप्रसाद जोशी, दिव्यायन के स्वामी भवेशानंद एवं राज्यभर से आये स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

सखी मंडल की दीदियां दूसरे राज्य में बन रही है उदाहरण : रघुवर दास
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आज झारखंड की महिलाओं का उदाहरण दूसरे राज्यों में दिया जा रहा है. कृषि, पशुपालन और कुटीर उद्योगों में सखी मंडल की महिलाओं ने झारखंड का मान बढ़ाया है. राज्य विकास के पायदान पर अगले ढ़ाई वर्षों में देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वयं सहायता समूह (सखी मंडल) ने झारखंड के ग्र्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नयी पहचान दी है. डेयरी फॉर्म तथा मत्स्य पालन एवं कुटीर उद्योगों में महिलाओं की अधिक-से-अधिक भागीदारी सुनिश्चित हो, इसके लिए 32 हजार गांवों में ग्राम समन्वयक बनाये जायेंगे. ये ग्राम समन्वयक 15-15 महिलाओं का सखी मंडल बनायेंगे, जिसे प्रशिक्षित कर रोजगार और बाजार से जोड़ा जायेगा. इस तरह राज्य के चार लाख 80 हजार कौशलयुक्त महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को प्रोफेशनल तरीके से मजबूती प्रदान करेंगी. उन्होंने कहा कि एक लाख स्वयं सहायता समूहों को डिजिटाइज किया जायेगा. उत्पादन में नयी तकनीक का उपयोग क्रांति ला सकता है. प्रत्येक छह माह पर सखी मंडलों और बैंकरों के साथ एक बैठक सरकार आयोजित करेगी. मुख्यमंत्री ने नाबार्ड सहित सभी बैंकों को झारखंड के विकास में खुले मन से अपनी भागीदारी निभाने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि अगले चार वर्षों में झारखंड की गरीबी को समाप्त कर सभी को गरीबी रेखा से ऊपर लाना है.
सखी मंडल की दीदियों की भूमिका अहम : अमित खरे
विकास आयुक्त अमित खरे ने कहा कि सखी मंडलों को क्रेडिट और मार्केट लिंक से जोड़ने की आवश्यकता है. सामाजिक और आर्थिक रूप से महिलाओं को सशक्त बनाने में सखी मंडल की दीदियों की अहम भूमिका रही है.

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