रांचीः स्वर्णरेखा के संरक्षण और स्वच्छता के लिए 24 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी हुई. इसका आयोजन सरोकार और पर्यावरण संरक्षण मंच ने मिलकर किया. पदयात्रा 10 घंटे में पूरी हुई. इस पदयात्रा के जरिये एक संदेश दिया गया स्वर्णरेखा नदी को डस्टबिन मत बनाइये. हाथों में तख्ती, और टी- शर्ट में लिखे संदेश के साथ पदयात्रा शुरू हुआ. नंगे पांव काँवर में स्वर्णरेखा का पवित्र जल भर कर सुधीर कुमार शर्मा और उनके पांच साथी सौरव, संजीव, मुकेश, फारुख और कृष्णा पोद्दार पदयात्रा के लिए निकले.
10 घंटे की इस यात्रा में किसी ने अन्न जल ग्रहण नहीं किया. इक्कीसो महादेव में जलाभिषेक करने के बाद ही अन्न ग्रहण किया. यात्रा का उद्देश्य लोगों को स्वर्णरेखा नदी की दुर्दशा के प्रति जागरूक करना और स्वर्णरेखा और हरमू नदी के संगम पर स्थित 15 वीं शताब्दी के नागवंशी कालीन 21 शिवलिंगों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करना था. यह अद्भुत शिवलिंग पूरे राज्य में अनूठा है, हमारी विरासत है.