भाकपा राज्य परिषद की बैठक में बोले अतुल, जिसने डीएनए पर उठाया था सवाल, उसी के साथ नीतीश

रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने बिहार में भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले की निंदा की है. शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित राज्य परिषद की बैठक के बाद वे पत्रकारों से बात कर रहे थे. श्री अंजान ने कहा कि बिहार में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 29, 2017 7:35 AM
रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने बिहार में भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले की निंदा की है. शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित राज्य परिषद की बैठक के बाद वे पत्रकारों से बात कर रहे थे. श्री अंजान ने कहा कि बिहार में चुनाव के दौरान एनडीए के प्रमुख नेताओं ने नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था. नीतीश कुमार आज उसी एनडीए के साथ हो गये हैं. बिहार में भाजपा का यह राजनीतिक षड़यंत्र तय था.

इससे पूर्व मिजोरम और गोवा में यह खेल भाजपा खेल चुकी है. बिहार की जनता ने महागठबंधन को जनादेश दिया था. नीतीश कुमार ने जनादेश का सम्मान नहीं किया. जिस आरएसएस मुक्त समाज की बात वह करते थे, आज उसी साथ हो गये.

जनता को धोखा दे रही है भाजपा की सरकार : श्री अंजान ने कहा कि केंद्र में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार जनता को धोखा दे रही है. नोटबंदी ने 15 लाख लोगों का रोजगार छीन लिया. 100 दिनों में विदेशों से काला धन लाने का दावा किया था. इसका क्या हुआ. कश्मीर में आतंक बंद नहीं हुआ. 11 करोड़ जाली नोट पकड़ा गया. मात्र 1100 करोड़ काला धन पकड़ा गया. प्रधानमंत्री ने सारे स्वायत्तशासी संस्थाओं के अधिकार छीन लिये हैं.
सात नवंबर को राज्य स्तरीय रैली करने का हुआ निर्णय
किसानों की समस्या, सीएनटी-एसपीटी एक्ट, सांप्रदायिक तनाव को लेकर बैठक में सात नवंबर को राज्य स्तरीय रैली आयोजित करने का निर्णय लिया गया. पार्टी के राज्य सचिव केडी सिंह ने बताया कि एक से 10 सितंबर तक पूरे राज्य में जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन का अायोजन होगा. राज्य में बढ़ते सांप्रदायिक तनावों को देखते हुए राज्य के चार जिलों में सद्भावना रैली का आयोजन होगा. बैठक की अध्यक्षता अहिल्या मालपहाड़िया ने की. इस मौके पर भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, पंचानन महतो, कलाइ चंद्र मालपहाड़िया, महेंद्र पाठक, मंजू देवी, सोनिया देवी, इंद्रमणि देवी, पीके पांडेय, प्रमोद साहू, गणेश महतो, सच्चिदानंद मिश्र, अजय कुमार आदि मौजूद थे.
सदन का बहिष्कार कर सकता है विपक्ष
श्री अंजान ने कहा कि केंद्र और बिहार में जो स्थिति बन गयी है, उससे पूरा विपक्ष सदन का बहिष्कार करने का भी विचार कर रहा है. इस पर जल्द ही कोई निर्णय हो जायेगा. केंद्र सरकार हिटलर की नीतियों पर चल रही है. ऐसी सरकार को हटाने के लिए पूरा विपक्ष 2019 में एकजुट होकर मैदान में उतरेगा.

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