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दाल-भात योजना का काम टचस्टोन फाउंडेशन को

रांची: राज्य में मुख्यमंत्री दाल-भात योजना का संचालन एक गैर सरकारी संस्था टचस्टोन फाउंडेशन को दिया गया है. सरकार द्वारा नामित यह संस्था राज्य भर के दाल-भात केंद्रों पर गरीबों को दोपहर के भोजन के रूप में दाल,भात, सब्जी (चना, सोयाबिन व अन्य) व अचार उपलब्ध करायेगी. गरीबों को भोजन के लिए पहले की तरह […]

रांची: राज्य में मुख्यमंत्री दाल-भात योजना का संचालन एक गैर सरकारी संस्था टचस्टोन फाउंडेशन को दिया गया है. सरकार द्वारा नामित यह संस्था राज्य भर के दाल-भात केंद्रों पर गरीबों को दोपहर के भोजन के रूप में दाल,भात, सब्जी (चना, सोयाबिन व अन्य) व अचार उपलब्ध करायेगी. गरीबों को भोजन के लिए पहले की तरह पांच रुपये ही देने होंगे.

एक व्यक्ति को एक समय के भोजन का वास्तविक खर्च 20 रुपये होगा. इस तरह संस्था को शेष 15 रुपये का भुगतान सरकार करेगी. संस्था विभाग को हर माह लाभुकों की वास्तविक संख्या के आधार पर बिल देगी, जिसके आधार पर उसे भुगतान किया जायेगा. सभी जिला मुख्यालय में एक बेस किचन (रसोईघर) होगा, जहां भोजन तैयार किया जायेगा. रांची का किचन हेहल बस स्टैंड के सामने बनेगा. बेस किचन में बना भोजन वितरण केंद्रों को उपलब्ध कराया जायेगा. सबसे पहले यह योजना रांची में शुरू हो रही है.

रांची में योजना की सफलता के बाद इसे राज्य भर में लागू किया जायेगा. जहां दाल-भात वितरण केंद्र बनाने में परेशानी है, वहां मोबाइल कैंटीन के माध्यम से भोजन का वितरण होगा. रांची में 18 वितरण केंद्र के अलावा 10 मोबाइल कैंटीन के माध्यम से गरीबों को भोजन मिलेगा. मोबाइल वैन खाद्य आपूर्ति विभाग उपलब्ध करायेगा.

रांची जिले में इस योजना के एक वर्ष तक संचालन के लिए 18.93 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है. गौरतलब है कि सरकार शहरी क्षेत्र, नगर पंचायत व ग्रामीण इलाके में दाल-भात केंद्र का संचालन कर रही है. यह केंद्र भीड़-भाड़ वाले इलाके, अस्पताल, बस स्टैंड व बाजार सहित सभी प्रखंड मुख्यालय में बनाये गये हैं. यहां हर रोज क्रमश: चार सौ, तीन सौ व दो सौ लोगों को अनुदानित दर पर खाना खिलाया जाता है.

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