इसके तहत रांची विश्वविद्यालय हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार रवि भूषण, अशोक प्रियदर्शी, ऋता शुक्ल, सी भास्कर राव आदि से 24 जुलाई तक सुझाव देने का आग्रह किया गया है, ताकि उनसे प्राप्त सुझावों से राज्य सरकार भारत सरकार के राजभाषा विभाग को अवगत करा सके.
जानकारी के मुताबिक केंद्रीय हिंदी समिति प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में वर्ष 1967 से कार्यरत है. यह समिति हिंदी के प्रचार-प्रसार व प्रयोग के संबंध में दिशा-निर्देश देनेवाली सर्वोच्च समिति है. इस साल इस समिति का पुनर्गठन किया गया और इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री को सदस्य के रूप में नामित किया गया है.