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दुखद: अत्यधिक ड्यूटी से था परेशान, पिठोरिया थाना के चालक ने फांसी लगाकर दी जान

रांची/पिठोरिया: पिठोरिया थाना के चालक राम भज्जु गुप्ता ने शुक्रवार की रात थाना की छत पर रस्सी के सहारे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार वह अन्य दिनों की भांति गश्ती से रात करीब नौ बजे लौटा. थाने का मेस बंद रहने के कारण अपने दो सहयोगियों के साथ रात का खाना […]

रांची/पिठोरिया: पिठोरिया थाना के चालक राम भज्जु गुप्ता ने शुक्रवार की रात थाना की छत पर रस्सी के सहारे फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार वह अन्य दिनों की भांति गश्ती से रात करीब नौ बजे लौटा. थाने का मेस बंद रहने के कारण अपने दो सहयोगियों के साथ रात का खाना होटल में खाया और 10 बजे थाना पहुंचा. उसके बाद सभी अपने-अपने बेड पर सोने चले गये. सुबह जब उसके सहयोगी आरक्षी थाने की छत पर पहुंचे, तो देखा कि उसका शव वाच टॉवर में बांधी गयी कपड़े टांगने की रस्सी से लटका हुआ है.

घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी चुनवा उरांव सहित सभी पुलिसकर्मी छत पर पहुंचे और उसके शव को नीचे उतारा. ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा, डीएसपी अमित कच्छप, इंस्पेक्टर नीरा प्रभा टोप्पो ने भी थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी ली. राम भज्जु गुप्ता बिहार के जमुई जिला के खैरा थाना के पंकरी गांव का रहनेवाला था. पिठोरिया थाने में तीन वर्ष से पदस्थापित था. शव को अंत्यपरीक्षण के लिए रिम्स भेजा गया. पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस लाइन लाया गया. वहां मातमी धुन बजा कर अंतिम सलामी दी गयी. सलामी देने वाले में एसएसपी, ग्रामीण एसपी, पुलिस मेंस एसोसिएशन के सदस्य सहित अन्य पुलिस अधिकारी शामिल थे. अंतिम सलामी देने के बाद शव को पैतृक गांव भेज दिया गया. राम भज्जु गुप्ता की पत्नी, बेटा मुन्ना कुमार गुप्ता, सुभाष कुमार गुप्ता व अन्य परिजन घटना की सूचना पाकर पिठोरिया थाना पहुंचे. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था.
राम भज्जु गुप्ता थाना का अकेला चालक था. इस वजह से वह ज्यादातर समय ड्यूटी में ही रहता था. काम के अत्यधिक बोझ के कारण वह तनाव में था. संभावना जतायी गयी है कि काम के बोझ से तनाव में रहने के कारण उसने आत्महत्या की होगी. घटना को लेकर पिठोरिया थाना में अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबूलाल यादव, उपाध्यक्ष अमृत मिंज व कोषाध्यक्ष भलनलाल महतो भी पिठोरिया थाना पहुंचे व घटना की जानकारी ली. एसोसिएशन ने राम भज्जु गुप्ता के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की. इधर, थाना प्रभारी ने बताया कि जवान ने अधिक ड्यूटी की वजह से तनाव में आकर आत्महत्या नहीं की है. अगर वह ड्यूटी के अत्यधिक बोझ से परेशान रहता, तो मुझे इसकी जानकारी उसने पूर्व में दी होती.
थाने में पुलिसकर्मियों की कमी : पिठोरिया थाने में पुलिसकर्मियों की कमी है. दो हवलदार और तीन सिपाही को सुबह से शाम और रात में भी ड्यूटी करनी पड़ती है. पुलिसकर्मियों की कमी के कारण इनके ऊपर काम का अत्यधिक दबाव है. एक गश्ती गाड़ी है, जिसकी स्थिति बहुत ही खराब है. वह आये दिन खराब हो जाती है.
आत्महत्या या हत्या, अनुसंधान से होगा स्पष्ट : एसोसिएशन
रांची. पिठोरिया थाना में चालक सिपाही रामभजू गुप्ता ने आत्महत्या की है या उसकी हत्या हुई है, यह अनुसंधान से ही स्पष्ट हो पायेगा. यह जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस मेंस एसोसिएशन के महामंत्री रमेश उरांव ने दी. उन्होंने बताया कि संदेहास्पद स्थिति में रामभजू गुप्ता की मौत हुई है.

रमेश उरांव ने बताया कि रामभजू गुप्ता एक कुशल और इमानदार पुलिसकर्मी थे. वह अपनी ड्यूटी के प्रति भी सजग रहते थे. इसलिए मामले में पुलिस एसोसिएशन के किसी पदाधिकारी द्वारा अपने निजी स्वार्थ और सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए किसी प्रकार का अनावश्यक बयान या अफवाह नहीं फैलाना चाहिए. आत्महत्या करना कायरों का काम है. हमारे पुलिसकर्मी कुशल और प्रशिक्षित हैं. वे कभी भी कायराना हरकत नहीं कर सकते. इधर, मामले में पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि रामभजू दो दिन पूर्व छुट्टी लेने के लिए पुलिस लाइन आया था. वह पिठोरिया थाना का अकेला चालक था. उसे सीनियर पुलिस अफसरों ने छुट्टी नहीं दी, जिस कारण वह वापस लौट गया. रामभजू मानसिक रूप से परेशान था.
डीएसपी और थानेदार बैठक कर दूर करें सिपाहियों की समस्या
रांची. डीएसपी और थानेदार बैठक कर थाना, ओपी और पिकेट में पदस्थापित सिपाहियों की समस्या दूर करेंगे. इससे संबंधित आदेश एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने शनिवार को जारी कर दिया है.एसएसपी ने कहा है कि हाल के दिनों में तीन ऐसे दृष्टांत सामने आये हैं, जिसमें सिपाहियों के तनाव में होने की बात परिलक्षित हुई है. राजधानी होने के कारण कार्यों की अधिकता रहती है. ऐसे में पुलिस कर्मियों को शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के अलावा मानसिक रूप से स्वस्थ रहना नितांत आवश्यक है.
सभी थाना प्रभारी अपने यहां प्रतिनियुक्त चालक और आरक्षी के साथ प्रतिदिन सुबह और शाम में आधा घंटा बैठक कर उनकी समस्या के बारे में जानकारी लें. उनकी समस्या के संबंध में डीएसपी और एसपी को अवगत करायें और तत्काल समस्या दूर की जाये. थाना स्तर पर सुबह और शाम में बालीवॉल या अन्य खेल का आयोजन किया जाये, ताकि पुलिसकर्मी स्वस्थ रहें. डीएसपी सप्ताह में एक दिन अपने क्षेत्र के थाना, ओपी, पिकेट में जाकर पुलिस सभा का आयोजन कर सिपाहियों की समस्या की जानकारी लें और उसे दूर करें.

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