रांची : री-असेसमेंट के नाम पर कंपनियों से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार रांची के प्रधान आयकर आयुक्त तापस दत्ता को सीबीआइ ने चार दिनों के रिमांड पर लिया है. इस अवधि में उन्हें रांची में रखा जायेगा. जरूरत पड़ी तो पूछताछ के लिए कोलकाता भी ले जाया जायेगा. सीबीआइ ने गुरुवार को दोपहर ढाई बजे विशेष न्यायाधीश बीके तिवारी की अदालत में उन्हें पेश किया. सीबीआइ के अधिवक्ता राकेश प्रसाद ने विशेष न्यायाधीश को अभियुक्त पर लगे आरोपों और तलाशी के दौरान मिली संपत्ति आदि की जानकारी दी.
साथ ही मामले की जांच के लिए अभियुक्त से और पूछताछ की जरूरत बतायी. सीबीआइ ने पूछताछ के लिए अभियुक्त को पांच दिनों के रिमांड पर दिये जाने की मांग की. सीबीआइ की ओर से पेश की गयी दलीलों के सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश ने अभियुक्त को चार दिनों के रिमांड पर देने का फैसला किया. न्यायालय के इस आदेश के बाद सीबीआइ के अधिकारी अभियुक्त को अपने साथ ले गये.
तापस के िठकानों से 3.7 करोड़ मिले : तापस दत्ता के िठकानों से िमली 3.5 करोड़ की राशि बढ़ कर 3.7 करोड़ हो गयी है. वहीं सोना भी 6.6 िकलो मिला है. कोलकाता में चार करोड़ मूल्य का एक फ्लैट मिला है. दो लॉकर भी मिले हैं. छापामारी में मिले दस्तावेज की जांच अभी जारी है.
क्या है मामला: रीअसेसमेंट के नाम पर कंपनियों को लाभ पहुंचाने के आरोप में बुधवार को सीबीआइ ने प्रधान आयुक्त तापस दत्ता, अपर आयुक्त अरविंद कुमार, रंजीत लाल सहित 11 लोगों के 27 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में तापस दत्ता को देर रात रांची से गिरफ्तार किया गया था.
राजस्थान में भी छापा : आयकर अधिकारियों द्वारा असेसमेंट के दौरान निजी लाभ के लिए कंपनियों को राहत देने के मामले में सीबीआइ ने राजस्थान में भी छापा मारा. सीबीआइ ने इस मामले में रांची के अपर आयकर आयुक्त अरविंद कुमार को भी नामजद अभियुक्त बनाया है. तबादले के बाद इस अधिकारी ने राजस्थान स्थित आयकर कार्यालय में योगदान दिया है. बुधवार को रांची के प्रधान आयकर आयुक्त तापस दत्ता, आइटीओ रंजीत लाल और एसके गांगुली के ठिकानों पर छापामारी के दौरान अरविंद कुमार के तबादले की जानकारी मिलने पर सीबीआइ अधिकारियों ने राजस्थान स्थित सीबीआइ कार्यालय से संपर्क कर उन्हें अरविंद कुमार के ठिकानों पर छापा मारने का अनुरोध किया. इसके बाद राजस्थान में अरविंद कुमार के ठिकानों पर छापामारी की गयी.