सिटी एसपी ने बताया कि कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी रंजीत ने नाबालिग के साथ मिल कर डकैती की योजना बनायी थी. दोनों की दोस्ती रिमांड होम में हुई थी. दाेनों कुछ माह पूर्व जमानत पर बाहर निकले थे. घटना से पहले तीन दिन तक रेकी की गयी थी.
रंजीत ने कंपनी के आॅफिस और काउंटर का फोटो लेकर अपने सहयोगी अपराधियों को भेजा था. सिटी एसपी ने बताया कि नाबालिग ने ही कंपनी के कैश काउंटर से रुपये निकाले थे. डकैती के बाद वह अपने पास एक लाख 10 हजार रुपये रख लिया था. घटना के बाद वह आमिर के साथ कोलकाता चला गया था. वहां उसने महंगे कपड़े, जूते और अन्य सामान खरीदे. इसके अलावा मौज-मस्ती पर रुपये खर्च किये. सिटी एसपी ने बताया कि चिंटू को टाटीसिलवे पुलिस ने चोरी के केस में गिरफ्तार किया है.
उसके बारे पता पता चला है कि उसने डकैती के लिए हथियार उपलब्ध कराने में सहयोग किया था. उसे इस मामले में जल्द ही पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जायेगा. पुलिस ने डकैती के मामले में डेविड नामक युवक को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. सूचना है कि डेविड ने घटना में शामिल अपराधियों को भागने में मदद की. छापेमारी टीम में अरगोड़ा थाना प्रभारी रतिभान सिंह, दारोगा महेश प्रसाद सिंह, सिपाही बजरंग साहू और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे.