रांची: 19 जून से दो जुलाई तक राज्यभर में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा आरंभ किया गया है. डायरिया के कारण शिशु मृत्यु को शून्य करने के साथ-साथ बच्चों में कुपोषण को कम करने के लिए राज्य के सभी जिलों में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा की शुरूआत की गयी है. इस दौरान लगातार जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. लोगों को डायरिया होने के कारणों के साथ-साथ इससे रोकथाम के उपाय बताये जायेंगे. यदि कोई डायरिया से पीड़ित है, तो उसे ससमय ओआरएस और जिंक का टैबलेट दिया जायेगा.
सोमवार को नामकुम स्थित आइपीएच सभागार में दस्त नियंत्रण पखवाड़ा की शुरुआत स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने की. उन्होंने कहा कि राज्य में शून्य बाल मृत्यु का लक्ष्य रखा गया है. इसे पाने के लिए हर स्तर पर पुख्ता तैयारी करनी होगी. उन्होंने बताया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों को जागरूक करने के लिए दो जुलाई तक यह कार्यक्रम चलाया जायेगा. श्री त्रिपाठी ने कहा कि किसी योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के अलावा समय पर सही निर्णय लेने से चीजें और बेहतर हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वस्थ्य मिशन में रिपोर्टिंग के लिए एक तंत्र बना है जिसे समय पर पूरा करना होगा ताकि इसके सकारात्मक नतीजे सामने आ सकें.
अभियान निदेशक (एनएचएम) कृपानंद झा ने कहा कि बरसात शुरू होने से लेकर अक्तूबर तक राज्य के कई क्षेत्रों में पानी की समस्या बरकरार रहेगी. इस दौरान इस बात का ध्यान देना होगा कि हर जगह जिंक टैबलेट और ओआरएस उपलब्ध रहे. उन्होंने शिक्षा और दूसरे विभागों से सामंजस्य बनाने की बात कही. इससे पहले डॉ वीणा सिन्हा ने बताया कि दस्त नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान शून्य से पांच साल तक के बच्चों के परिजनों को ओआरएस का पैकेट उपलब्ध करवाया जायेगा.
कहा कि अब तक रांची जिला में एक लाख जिंक टैबलेट और 3.5 लाख ओआरएस के पैकेट बांटे जा चुके हैं. सभी सहिया को निर्देश दिया गया है कि वो अपने अपने क्षेत्रें में लोगों को ओआरएस बनाने की विधि की जानकारी दें. रांची सिविल सर्जन डॉ शिव शंकर हरिजन ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी दी. वहीं रांची एसीएमओ डॉ नीलम चौधरी ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए रांची जिला में की जा रही तैयारियों के संबंध में बताया. आईपीएच सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में निदेशक वित्त नरसिंह कुमार खलखो, अकाई मिंज, अजय कुमार शर्मा, महेश कुमार समेत अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.