जिसे देख कर विद्यालय के बच्चों ने शोर मचाया और इसका विरोध करते हुए बगैर मध्याह्न भोजन किये ही सभी बच्चे घर वापस लौट गये और मामले की जानकारी अभिभावक को दी. अभिभावक को जानकारी मिलने के पश्चात अभिभावक बच्चे को लेकर उपायुक्त से शिकायत करने समाहरणालय पहुंचे थे. जिसके बाद वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस पदाधिकारी व शिक्षा विभाग के पदाधिकारी विद्यालय पहुंचे और मामले की जांच की.
जांच के क्रम में विद्यालय के बच्चों व अभिभावकों द्वारा यह जानकारी दी गयी थी कि गांव के ही बिरजू हांसदा प्रतिबंधित मांस को लाकर प्रधानाध्यापिका रोसा हांसदा को बनाने के लिए दिया था. जिसके बाद रोसा हांसदा मध्याह्न भोजन के बरतन में ही उसे धोकर पकाना शुरू किया था. इसी मामले में पुलिस ने शनिवार को विद्यालय के प्रधानाध्यापिका रोसा हांसदा व बिरजू हांसदा को जेल भेज दिया है. जांच के बाद बीइइओ ने थाने में लिखित शिकायत की है.