आक्रोश मार्च पार्टी कार्यालय से अलबर्ट एक्का चौक पहुंचा, जहां सभा का आयोजन किया गया. वक्ताओं ने कहा कि किसानों के समक्ष आत्महत्या की लाचारी, डावांडोल विधि व्यवस्था, मिलावटखोर और जमाखोर की चांदी,अच्छे पदाधिकारियों का तबादले की तबाही, कौड़ियों के भाव जमीन की कॉरपारेट लूट रघुवर शासन की असलियत है.
किसान आत्महत्या की घटना में सच्चाई को दफन करने की तैयारी की जा रही है. इस अवसर माले कि जिला सचिव भुवनेश्वर केवट, नदीम खान, सुदामा खलखो, एनामुल हक, भीम साव, तसलीम अंसारी आदि मौजूद थे.