रांची: भारतीय स्टेट बैंक के 40 प्रतिशत तक ट्रांजेक्शन मार्च 2014 तक अल्टरनेट चैनल के माध्यम से होंगे. इसे लिए काम किया जा रहा है. अल्टरनेट चैनल में मुख्य रूप से एटीएम, कैश डिपोजिट मशीन, इंटनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, ग्रीन चैनल बैंकिंग जैसी सेवाएं शामिल हैं. इससे लोगों को 24 घंटे बैंकिंग की सुविधा भी मिल सकेगी. अल्टरनेट चैनल पर ट्रांजेक्शन पहले की तुलना में काफी बढ़े हैं. उक्त जानकारी एसबीआइ के मुख्य महाप्रबंधक (झारखंड- बिहार) जीवनदास नारायण व महाप्रबंधक (झारखंड) किशोर कुमार दास ने दी.
वे प्रभात खबर के साथ खास बातचीत कर रहे थे. श्री नारायण ने बताया कि ट्रांजेक्शन 30-40 प्रतिशत तक वैकल्पिक माध्यमों से हों, इसके लिए काम तेजी से चल रहा है. लोग घर बैठे भी बैंकिंग का लाभ उठा सकेंगे. लोगों की सुविधा के लिए पिछले साल ही झारखंड में 550 बहाली की गयी है.
झारखंड में खोली जायेंगी 58 नयी शाखाएं : इस वित्तीय वर्ष झारखंड में एसबीआइ कम से कम 58 नयी शाखाएं शुरू करेगा. श्री नारायण ने बताया कि 350 से ज्यादा एटीएम भी खोले जायेंगे. इसमें हर शाखा के निकट एक एटीएम जरूर होगा. लोगों की सुविधा के लिए कैश जमा करने की मशीनें लगायी जा रही हैं. अभी राज्य में 18 मशीनें लगायी जा चुकी हैं. इस साल 100 से ज्यादा मशीनें लगायी जायेंगी. एटीएम के साथ ही मशीनें लगाने का प्रयास रहेगा. लोग 50 हजार रुपये तक नकद जमा कर सकते हैं.
सात जिलों में डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम की तैयारी : एसबीआइ को राज्य के सात जिलों में डायरेक्ट बेनिफिट स्कीम के तहत खाता खुलवाने की जिम्मेवारी मिली है. इसमें पहले चरण में रांची, रामगढ़, हजारीबाग व सरायकेला – खरसावां में 100 प्रतिशत खाते खोले जा चुके हैं. तीन नये जिले बोकारो, खूंटी व लातेहार में भी काम चल रहा है. मॉनिटरिंग एसबीआइ कर रही है.
डीलरों के लिए नयी सुविधा : श्री नारायण ने बताया कि ऑटोमोबाइल डीलरों समेत अन्य डीलरों के लिए एसबीआइ ने इडीएफएस सेवा शुरू की है. इसमें प्रमुख डीलरों को ऑनलाइन फाइनांस की सुविधा मिलेगी. इसमें माजिर्न मनी नहीं कटती, सिक्युरिटी की जरूरत भी नहीं है. बेस रेट पर ही फाइनांस किया जाता है. इसका लाभ अन्य बैंक के ग्राहक भी उठा सकते हैं. वहीं राज्य के प्रमुख डीलरों के यहां फाइनांस के लिए एसबीआइ अपना काउंटर लगायेगा. छोटे उद्यमियों को भी फाइनांस के लिए नयी पेशकश के तहत एक करोड़ रुपये तक का लोन बिना कोलेट्रल सिक्युरिटी दिया जाता है.
किसानों को कम दर पर गोल्ड लोन : किसानों के लिए एसबीआइ ने एग्री गोल्ड लोन शुरू किया है. इसमें किसानों को कम अवधि के लिए लोन दिया जाता है. किसान सोना रख कर बैंक से लोन ले सकते हैं. समय पर रिपेमेंट करनेवालों को चार प्रतिशत की दर से ही ब्याज देना होगा.
गड़बड़ी संभव नहीं : हाल में मनी लाउंड्रिंग से जुड़े कुछ मामले प्रकाश में आने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि एसबीआइ हर प्वाइंट पर चेक है. हाइ वैल्यू ट्रांजेक्शन होने पर सिस्टम में दिख जाता है. साथ ही बैंक में सिस्टम काफी स्ट्रांग है, ताकि गड़बड़ी न हो.