रामगढ़ उपुचनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के अंदर घमसान शुरू हो गया है़ पार्टी के विक्षुब्ध गुट के नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को घेरा है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष को हटायें. साजिश करा कर रामगढ़ उपचुनाव हराया गया है. रविवार को पार्टी से निष्कासित आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, ग्रामीण जिला कमेटी के रमेश उरांव, सरायकेला-खरसांवा के होनी सिंह मुंडा और फिरोज रिजवी मुन्ना ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को हटाने की मांग की. नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि एक साजिश के तहत उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवार की हार हुई है.
प्रदेश अध्यक्ष ने चुनाव को गंभीरता से नहीं लिया :
श्री दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन धन्यवाद के पात्र हैं कि जिनके चार दिनों के अथक प्रयास के कारण हम सम्मानजनक स्थिति में रहे. चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष तो क्लब में बैठकर मंथन कर रहे थे़ चुनाव के समय एआइसीसी मेंबर बना रहे थे और खुद को बचाने के लिए कार्यकर्ताओं को रायपुर भेज रहे थे. लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के चेहरे को जनता स्वीकार करने को तैयार नहीं है, रामगढ़ उपचुनाव में वित्तीय प्रबंधन के आरोप भी लगे हैं.
इस्तीफा मांगनेवाले कहां हैं बतायें : ठाकुर
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि रामगढ़ उपचुनाव में पार्टी हार की समीक्षा करेगी. हमने पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ा था. पार्टी के मंत्री और कार्यकारी अध्यक्ष से लेकर समर्पित कार्यकर्ता लगे थे. यह चुनाव सामूहिक रूप से लड़ा गया था. चुनाव में पंचायत स्तर पर को-ऑर्डिनेटर बनाये गये थे. चुनाव में हार-जीत लगी रहती है.
श्री ठाकुर कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे. जब उनसे पूछा गया कि संगठन के अंदर कुछ लोग आपसे नैतिक आधार पर इस्तीफा की मांग कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि जो इस्तीफा मांग रहे हैं, उनको हक नहीं है. वह खुद कहां है, यह उनको बताना चाहिए. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अडानी प्रकरण को लेकर पार्टी जनता की आवाज मुखर करेगी.
छह मार्च को प्रखंड के एलआइसी और एसबीआइ कार्यालय के समक्ष और 13 मार्च को राजभवन के समक्ष पार्टी कार्यकर्ता धरना पर बैठेंगे. उन्होंने कहा कि अडानी समूह के शेयरों में निरंतर बिकवाली के कारण एलआइसी तथा इसके करोड़ों पॉलिसीधारकों द्वारा कमाये गये सारे लाभ का सफाया हो गया. इस मौके पर विनय सिन्हा दीपू, अमूल्य नीरज खलखो, राजीव रंजन प्रसाद, डॉ एम. तौसीफ और महानगर अध्यक्ष कुमार राजा मौजूद थे.