कोयला मजदूर व विस्थापितों की हितैषी है यूनियन : संजीव

झाकोमयू का बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन प्रबंधन को सौंपा 22 सूत्री मांग पत्र उरीमारी : झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन ने 22 सूत्री मांगों को लेकर बरका-सयाल क्षेत्र के सयाल स्थित जीएम कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. सभा की अध्यक्षता चमन मुंडा ने की. संचालन उदय मालाकार ने किया. सभा को संबोधित करते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 15, 2017 8:26 AM
झाकोमयू का बरका-सयाल महाप्रबंधक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन
प्रबंधन को सौंपा 22 सूत्री मांग पत्र
उरीमारी : झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन ने 22 सूत्री मांगों को लेकर बरका-सयाल क्षेत्र के सयाल स्थित जीएम कार्यालय के समक्ष एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया. सभा की अध्यक्षता चमन मुंडा ने की.
संचालन उदय मालाकार ने किया. सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि यूनियन के क्षेत्रीय सचिव सह पार्षद संजीव बेदिया ने कहा कि झाकोमयू कोयला मजदूरों व विस्थापितों की सदैव हितैषी रही है. इन्हीं के बदौलत हमेशा इनसे जुड़े मुद्दों पर प्रबंधन से लोहा लिया है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन कोयला मजदूर व विस्थापित विरोधी नीतियों को लागू करने से परहेज करे.
साथ ही विस्थापित ग्रामीणों को अधिग्रहित जमीन के बदले नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास सही ढंग से देने का काम करे. यूनियन के वरिष्ठ नेता ग्यास खान ने कहा कि झाकोमयू व झामुमो दामोदर के समान है. जैसे दामोदर के हर हिस्से में कोयला भरा हुआ है, वैसे ही बरका-सयाल कोयलांचल के हर हिस्से में इसके कार्यकर्ता भरे पड़े हैं. प्रबंधन हमारे सब्र का इम्तिहान न ले. सभा को संजय वर्मा, रामलखन मुंडा, शंकर घांसी, बासुदेव उरांव, राजेश सिंह, अशोक रवानी, महावीर प्रसाद, आरएन प्रसाद, दयाशंकर यादव, नारायण मांझी, शिवचरण करमाली, योगेंद्र यादव, अनिल एक्का, चरेंद्र बेदिया, प्रदीप बेदिया, जग्गू घांसी, नरेश महतो, बाबूलाल मांझी ने संबोधित किया.
यूनियन की प्रमुख मांग : प्रबंधन को सौंपे गये 22 सूत्री मांग में विस्थापित परिवारों को नौकरी, मुआवजा व पुनर्वास देने, डीएवी स्कूल व निजी स्कूलों में फी माफ कराने, विस्थापित परिवार को पहचान पत्र देने, कॉपरेटिव सोसाइटी बना कर युवाओं को रोजगार देने, सभी मजदूरों की सेवा पुस्तिका व सीएमएपीफ की त्रुटियों को दूर करने, कैडर स्कीम पूरा कर चुके मजदूरों को पदोन्नति देने, हेंदेगीर परियोजना को चालू करने, भुरकुंडा मेकनाइज में शेड निर्माण करने, उरीमारी चेकपोस्ट से सयाल मोड़ भुरकुंडा तक सड़क मरम्मत करने, हाइ पावर कमेटी की अनुशंसाओं को लागू करने, सेंट्रल सौंदा के बंद पड़े ओल्ड बांसगढ़ा खदान व सी खदान को चालू करने, सीसीएल सौंदा रोड सेल में पर्याप्त मात्रा में कोयला देने की मांग प्रमुख है. मांगों को पूरा करने के लिए 15 दिन का वक्त दिया गया है.

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