– अजय तिवारी –
पीटीपीएस हाई स्कूल कभी एकीकृत हजारीबाग जिले में नंबर वन था, पर आज
मौजूदा हालात यह है कि पीटीपीएस हाई स्कूल में मात्र 800 विद्यार्थी हैं, पर शिक्षक हैं सिर्फ एक
पतरातू : पीटीपीएस हाई स्कूल कभी सर्वसुविधा युक्त हुआ करता था. इन दिनों यह बदहाल है. कभी यह स्कूल हजारीबाग जिले में नंबर वन कहलाता था. परंतु अब तसवीर दूसरी है. 12 शिक्षकों में से मात्र एक शिक्षक के भरोसे यह विद्यालय चल रहा है. इस क्षेत्र का इकलौता हाई स्कूल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा हैं. इस स्कूल की स्थापना 1967 में बिहार के निवर्तमान सिंचाई व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर सिंह द्वारा किया गया था. इस स्कूल में 1800-2000 बच्चों को एक साथ शिक्षा देने की व्यवस्था है. परंतु आज यहां मात्र लगभग 800 छात्र-छात्राएं हैं.
यह उच्च विद्यालय अपने स्थापना काल से क्षेत्र का उत्कृष्ट विद्यालय रहा. अपने अच्छे व प्रदर्शन व परिणामों के कारण 1980 में इसे राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है. सूत्रों के अनुसार विद्यालय का शासी निकाय 1988 के बाद से ही भंग हो चुका है. यही कारण है कि विद्यालय के विकास संबंधी सुध लेने वाला कोई नहीं है. इस स्कूल में दो बड़े फुटबॉल मैदान है.