फिर शुरू हो गया है कोयले का खुला खेल
रामगढ़ : रामगढ़ जिला के सीमा क्षेत्र के हर इलाके में अवैध कोयले का कारोबार शुरू हो गया है. हजारीबाग रेंज की डीआइजी सुमन गुप्ता के तबादले का इंतजार हो रहा है. इन दिनों कहीं छुप-छुपा कर तथा कहीं खुल कर अवैध कोयले का कारोबार दिखने लगा है. इसकी गरमाहट बाजार में भी दिखने लगी है.
लाइन होटलों व रेस्टोरेंट में इस पेशे से जुड़े लोगों की लगातार बैठक हो रही है. मिली जानकारी के अनुसार, जिला के सीमावर्ती क्षेत्र घाटो, रामगढ़, कुजू, मांडू, गोला तथा हजारीबाग जिला के गिद्दी थाना क्षेत्र से कोयला लाद कर बोकारो व हजारीबाग जिला की फैक्टरियों, ईंट भट्ठों व हार्ड कोक भट्ठों में कोयला गिराया जा रहा है.
सभी भट्ठों में कोयला साइकिल से गिराया जा रहा है. इसके लिए प्रशासनिक महकमों के लिए अलग-अलग दर तय कर दी गयी है. विरोध करने वाले नेता, दबंग लोग, सामाजिक कार्यकर्ता आदि लोगों की दर भी तय हो गयी है. उनसे संपर्क कर टोकन मनी भी दी जाने लगी है.
सबसे मुफीद है घाटो ओपी व गोला थाना क्षेत्र : भौगोलिक स्थिति की वजह से कोयला तस्करी के लिए सबसे सुरक्षित क्षेत्र घाटो ओपी व गोला थाना क्षेत्र को माना जाता है.
घाटो ओपी क्षेत्र से कोयला उठा कर तुरंत बोकारो जिला में वाहन प्रवेश कर जाते हैं. इस क्षेत्र के बोकारो व रामगढ़ जिला की सीमा पर बोकारो जिला में पिछले कुछ वर्षो में कई फैक्टरियां स्थापित की गयी हैं.
उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से इस ओर लोगों का ध्यान कम जाता है. गोला थाना क्षेत्र से वाहनों को बंगाल की सीमा में प्रवेश करा दिया जाता है.