सेवानिवृत्त इफिकोकर्मी थे रामप्रसाद गोप
गिद्दी/अरगडा : थाना अंतर्गत कंजगी गांव में सेवानिवृत्त इफिकोकर्मी रामप्रसाद गोप (62 वर्ष) की हत्या कर दी गयी है. उनके सिर में चोट के गहरे निशान हैं. इससे संदेह जताया जा रहा है कि उनकी हत्या पत्थर से कुचल कर की गयी है.
हत्यारे को पकड़ने के लिए हजारीबाग से यहां पर ट्रेकिंग डॉग (कुत्ता) जीगो को लाया गया, लेकिन वह कुछ नहीं कर पाया. शव को पोस्टमार्टम के लिए हजारीबाग भेज दिया गया है. इस संबंध में गिद्दी थाना में मृतक के बड़े लड़के रामबिहारी गोप के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
घटना के संबंध में रामबिहारी गोप ने बताया कि रविवार को उनके पिता रामप्रसाद गोप नाश्ता व चाय पीने के बाद घर से सुबह नौ बजे निकले. घर में उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया. शाम पांच बजे तक वे घर में नहीं आये, तो उनकी खोजबीन शुरू कर दी गयी.
लोगों ने दी शव होने की जानकारी : सोमवार सुबह में गांव के कुछ लोगों से रामबिहारी गोप को पता चला कि कंजगी गांव के बुढ़ारीबागी खेत में उनका शव पड़ा हुआ है.
रामप्रसाद गोप अपने घर से हॉफ पैंट व गंजी पहन कर व कंधे पर गमछा लेकर निकले थे. गमछा शव से कुछ दूरी पर था. रामप्रसाद गोप के शरीर पर धान के कई अवशेष थे. इससे प्रतीत होता है कि हत्या दूसरे जगह पर करके हत्यारों ने उनके शव को धान के पुआल में छिपाया होगा. रामप्रसाद गोप इफिको के कर्मी थे.
वर्ष 2002 में उन्होंने वीआरएस लिया था. ट्रेकिंग डॉग के साथ हजारीबाग से आये कवि राज बहादूर व अखिलेश ने बताया कि पानी पड़ जाने के कारण ट्रेकिंग डॉग कुछ नहीं कर पाया.
सुराग मिल गया है : गिद्दी थाना प्रभारी अवधेश सिंह ने कहा है कि रामप्रसाद गोप की हत्या करने वालों का सुराग मिल गया है. हत्यारों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा. उनकी हत्या किन कारणों से हुई है, इसका भी पता चल चुका है. अनुसंधान के मद्देनजर उसके नाम का खुलासा अभी नहीं किया जा रहा है.