अधिकारियों ने की जांच मिली कई अनियमितताएं

मनिका : प्रखंड की विशुनबांध पंचायत में मनरेगा व 14 वें वित्त आयोग की राशि से शुरू हुई योजनाओं की प्रखंड कार्यालय द्वारा गठित जांच टीम ने जांच की थी. डीडीसी के निर्देश पर बीडीओ शंकराचार्य समद, एइ हिमांशु हुराद व जेइ ब्रजेश राय ने की जांच की. पंचायत के कुचाल गांव में जांच टीम […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 26, 2017 10:06 AM
मनिका : प्रखंड की विशुनबांध पंचायत में मनरेगा व 14 वें वित्त आयोग की राशि से शुरू हुई योजनाओं की प्रखंड कार्यालय द्वारा गठित जांच टीम ने जांच की थी. डीडीसी के निर्देश पर बीडीओ शंकराचार्य समद, एइ हिमांशु हुराद व जेइ ब्रजेश राय ने की जांच की. पंचायत के कुचाल गांव में जांच टीम ने पाया कि लाला उरांव के घर से सुरेश राम के घर तक बनने वाले पीसीसी पथ निर्माण में वर्ष 2016 में दो लाख 30 हजार की राशि निकाल ली गयी. इसमें मुखिया लालमुनी देवी की पुत्री व सुरेश राम को अभिकर्ता बनाया गया. जबकि गांव में सुरेश राम नाम का कोई व्यक्ति नहीं है. जांच से बचने के लिए मुखिया ने 17 मई की रात सौ फीट पीसीसी की ढलाई करा दी. जांच टीम ने गंगा उरांव व सोमर उरांव के घर के पास कलवर्ट निर्माण के नाम पर 35–35 हजार रुपये की निकासी की गयी, जबकि कलवर्ट बना ही नहीं है.
रेवतखुर्द गांव में मनरेगा से बनने वाले डोभा निर्माण का भी जायजा लिया. इसमें राजेश भुईयां, मुरारी भुईयां व रामऔतार यादव के डोभा निर्माण में बगैर कार्य कराये ही राशि निकासी हो गयी.
जांच रिपोर्ट जिला को भेजेंगे : बीडीओ : बीडीओ शंकराचार्य समाद ने कहा कि उप विकास आयुक्त के निर्देश पर विशुनबांध की योजनाओं की जांच की गयी है. जांच रिपोर्ट जिला को समर्पित की जायेगी.

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