बेतला : करमडीह जंगल के आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है. लोग किसी अनहोनी से आशंकित हैं. कई ग्रामीण तो इस घटना से बुधवार की शाम तक अनभिज्ञ थे. मीडिया में खबर आने के बाद गुरुवार को ग्रामीण काफी भयभीत हो गये. हरेक आने जाने वालों को शक की निगाह से देख रहे हैं.
उन्हें इस बात का भी भय है कि अभियान के बाद जब पुलिस लौट जायेगी तब माओवादियों के गुस्से का शिकार उन्हें होना पड़ेगा. नाम नहीं छापने के शर्त पर स्थानीय लोगों ने बताया कि मुठभेड़ की खबर ने उन्हें काफी भयभीत कर दिया है. वे लोग कुछ दिनों के लिए गांव से बाहर जाने के सोच रहे हैं. यदि यहां रहते है तो उन्हें माओवादियों द्वारा बदले की कार्रवाई में नुकसान हो सकता है. जगह जगह पर बैठ कर लोग मुठभेड़ के बारे में बातें करते देखे गये.