मेदिनीनगर : झारखंड नगर पालिका अधिनियम 2011 के विपरीत जाकर सफाई जमादार को वार्ड समिति का सचिव बनाया गया है. कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा जारी इस आदेश का वार्ड पार्षदों ने विरोध जताया है.
विरोध करने वालों में वार्ड पार्षद राजकुमार गुप्ता, प्रदीप कुमार अकेला, मानमति देवी, कविता देवी, कविता पांडेय, धीरज राज प्रसाद, नइमा बीबी, अंजना देवी, कमर यास्मीन, किरण अग्रवाल, नीतू देवी आदि शामिल है. वार्ड पार्षदों का कहना है कि जिस कमेटी में वार्ड पार्षद अध्यक्ष होंगे, उस कमेटी का सचिव सफाई जमादार का होना दुर्भाग्यपूर्ण है.
26 नवंबर के जिस बैठक का हवाला दिया जा रहा है, उसमें वार्ड पार्षद जीतेंद्र सिंह द्वारा प्रस्ताव लाया गया था, पर उस पर चर्चा नहीं हुई थी. एजेंडा को लेकर बैठक ही स्थगित कर दी गयी थी. बैठक की कार्यवाही पर भी वार्ड पार्षदों ने सवाल खड़ा किया है. कहा है कि जब बैठक में किसी बिंदु पर चर्चा ही नहीं हुई, तो कोई निर्णय नहीं निकला. बैठक स्थगित हो गयी, तो फिर उसमें निर्णय कैसे हो गया.
इस मामले में कार्यपालक पदाधिकारी दोषी है, उन्हें इस आदेश को तत्काल निरस्त करना चाहिए. यदि ऐसा नहीं होता है, तो इस मामले को लेकर विरोध तेज होगा. क्योंकि जो भी आदेश निकला है, वह नियम के विरुद्ध है. मालूम हो कि इस मामले को प्रभात खबर ने प्रमुखता के साथ उठाया है, उसके बाद सभी वार्ड पार्षद मुखर हुए हैं.