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राजसूय महायज्ञ की तैयारी अंतिम चरण में
मेदिनीनगर : शहर के बाइपास रोड स्थित हाउसिंग कॉलोनी परिसर में विराट श्री राजसूय महायज्ञ का आयोजन किया गया है. इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद गिरी जी महाराज एवं श्री महंत अगस्तय गिरी जी महाराज के नेतृत्व में यह विराट श्री राजसूय महायज्ञ संपन्न होगा. महायज्ञ समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री […]
मेदिनीनगर : शहर के बाइपास रोड स्थित हाउसिंग कॉलोनी परिसर में विराट श्री राजसूय महायज्ञ का आयोजन किया गया है. इसकी तैयारी अंतिम चरण में है. महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद गिरी जी महाराज एवं श्री महंत अगस्तय गिरी जी महाराज के नेतृत्व में यह विराट श्री राजसूय महायज्ञ संपन्न होगा. महायज्ञ समिति के अध्यक्ष पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी की देखरेख में महायज्ञ की तैयारी चल रही है.
विदित हो कि महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद गिरी ने अब तक देश के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह के 21 महायज्ञ संपन्न करा चुके हैं. पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर में यह 22 वां राजसूय महायज्ञ है. साथ ही झारखंड में इस तरह के महायज्ञ का पहली बार आयोजन किया जा रहा है. इस संबंध में श्री महंत साध्वी विभानंद गिरी ने बताया कि सुख-शांति व समृद्धि के लिए राजसूय महायज्ञ का आयोजन होता है.
द्वापर युग के बाद कलियुग में महामंडलेश्वर स्वामी प्रज्ञानंद गिरी ऐसे संत हैं, जो राजसूय महायज्ञ संपन्न कराते हैं. इस महायज्ञ की महान महिमा है, पलामू प्रमंडलवासियों के लिए यह सुखद संदेश है कि इस तरह के महायज्ञ का आयोजन हो रहा है. इस महायज्ञ में शामिल होकर प्रमंडलवासियों को लाभ उठाने की जरूरत है.
15 तल्ला बन रहा यज्ञशाला
विराट श्री राजसूय महायज्ञ की खास विशेषता यह है कि 15 तल्ला यज्ञशाला का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. विशाल यज्ञ मंडप में 251 हवन कुंड बनाये गये हैं.
इसमें यजमान प्रतिदिन वेद-मंत्रोच्चार के बीच आहूति देंगे. 25 दिसंबर से यज्ञशाला में हवन का कार्यक्रम शुरू होगा. यज्ञाचार्य काली पीठाधिश्वर केश्वाचार्य एवं पंडित विष्णुदेव द्विवेदी की देखरेख में हवनयज्ञ का कार्यक्रम संपन्न होगा. दक्षिण भारत से आये विद्वान पंडितों द्वारा चारो वेद का पाठ किया जायेगा.
25 से 31 दिसंबर तक प्रतिदिन पारदेश्वर भगवान का रूद्राभिषेक होगा. 25-31 दिसंबर तक दोपहर 12 बजे से विभिन्न क्षेत्रों से आये पीठाधिश्वर व महामंडलेश्वर का प्रवचन होगा, जबकि दोपहर तीन बजे से चित्रकूट धाम तुलसी पीठाधिश्वर धर्म चक्रवर्ती जगगुरू रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज द्वारा श्रीमद भागवत कथा श्रवण करने का लाभ मिलेगा.
31 दिसंबर को दोपहर में सर्वधर्म सम्मेलन का आयोजन किया गया है, इसमें सभी धर्मों के धर्माचार्य राष्ट्र में सुख-शांति व भाईचारा विषय पर संबोधन करेंगे. रात में एक शाम कृष्ण के नाम भक्ति जागरण का आयोजन किया गया है. कली पीठाधिश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णा जी महाराज द्वारा जागरण प्रस्तुत किया जायेगा.
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