मेदिनीनगर : लोक अदालत के प्रति विश्वास बढ़ा है. लोग अपने विवाद का निबटारा लोक अदालत के माध्यम से करवा रहे हैं. यह एक बेहतर संकेत है. यह बातें प्रधान जिला जज सह प्राधिकार के अध्यक्ष विष्णुकांत सहाय ने कही.
श्री सहाय व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित लोक अदालत का विधिवत उदघाटन दीप प्रज्वलित कर किया. उन्होंने कहा कि सहूलियत व भाईचारगी में निबटाये गये विवाद में भाईचारगी बनी रहती है. लोक अदालत में दोनों पक्षों की सहमति से ही वादों का निबटारा होता है.
शनिवार को आयोजित लोक अदालत में मामलों के निष्पादन के लिए तीन पीठ का गठन किया गया था, जिसमें आपसी समझौता के आधार पर 61 मामलों का निष्पादन हुआ. कार्यवाही का संचालन प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ शुक्ला ने किया. इस मौके पर व्यवहार न्यायालय के निबंधक डी महापात्र, सीजेएम सुरेश कुमार,अधिवक्ता कृष्ण कुमार, पंकज मिश्र आदि मौजूद थे.
प्रथम पीठ में मुंसिफ सुधांशु कुमार शशि, जेएम विनोद कुमार, अधिवक्ता डीसी पांडेय शामिल थे. इस पीठ द्वारा 13 वादों का निबटारा किया गया. जिसमें बीएसएनएल के छह वाद में 16 हजार,493 रूपये राजस्व की प्राप्ति हुई. एमवी वाद के छह मामलों के साथ एक एकल वाद का निबटारा हुआ.
दूसरे पीठ में जेएम प्रथम एमके वर्मा, एके गुड़िया, अधिवक्ता वीणा मिश्र शामिल थे. इस पीठ द्वारा 26 वादों का निबटारा किया गया, जिसमें बिजली विभाग के 22, वन विभाग के दो तथा जीआर केस के दो मामला शामिल था.
तीसरी पीठ में 22 वादों का निबटारा हुआ. इस पीठ में सदर एसडीओ बिंदेश्वरी ततमा, अधिवक्ता संतोष पांडेय शामिल थे. सदर अनुमंडल से जुड़ा 11 मुकदमा, कार्यपालक दंडाधिकारी की अदालत से पांच तथा छतरपुर एसडीओ के छह मुकदमों का निबटारा किया गया.
6.34 लाख रुपये का सामंजन
एमवी वाद के दो मुकदमों में सुषमा देवी को 92 हजार, 42 रुपया तथा किरण कपूर को 50 हजार रुपये का चेक दिया गया. कुल 61 मुकदमों में छह लाख, 34 हजार, 493 रुपये का सामंजन किया गया. एक लाख, 59 हजार, 35 रुपये का भुगतान पक्षकारों को किया गया.