– रंगदारी को लेकर 19 जून को अनूप जायसवाल की सीमेंट दुकान में चलायी थी गोली
एक अपराधी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर, गिरोह का सरगना बिहार का
चार पिस्तौल,16 जिंदा कारतूस,आठ मोबाइल, तीन मोटरसाइकिल बरामद –
मेदिनीनगर : पलामू में अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में पुलिस ने पिछले 24 घंटे के अंदर सात अपराधी को पकड़ा है. पकड़े गये अपराधियों के पास से पुलिस ने चार पिस्तौल, 16 जिंदा कारतूस, आठ मोबाइल और दो मोटरसाइकिल बरामद किये हैं.
पलामू एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सात अपराधियों में से तीन-तीन अपराधियों की गिरफ्तारी शहर और विश्रमपुर थाना क्षेत्र से की गयी है, जबकि एक की गिरफ्तारी पाटन थाना क्षेत्र से की गयी है.
एसपी श्री सिंह ने बताया कि 19 जून को मेदिनीनगर-पांकी मार्ग पर सीमेंट दुकान में जो गोली चली थी, उस मामले का उदभेदन हो गया है. इसमें शामिल बंधु शुक्ला गिरोह के सोनू शुक्ला और रोहित शुक्ला को शहर थाना पुलिस ने लेस्लीगंज के कमलकेडिया गांव से गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से गोली चालन की घटना में प्रयुक्त की गयी पिस्तौल और मोटरसाइकिल बरामद की गयी है. इसके अलावा शहर से एक अन्य अपराधी मोहम्मद सुलेमान को पकड़ा गया है. उसके पास से एक लोडेड पिस्तौल मिली है, उस पर भी कई मामले दर्ज हैं.
विश्रमपुर पुलिस ने गढ़वा के दो अपराधियों के साथ रमेश साव को पकड़ा है. रमेश साव हिस्ट्रीशीटर अपराधी है. वह अली हुसैन और अन्नान अंसारी के साथ अपराध की योजना तैयार कर रहा था. इसी दौरान पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
* मोहम्मद सुलेमान पुलिस की गिरफ्त में
मेदिनीनगर : मेदिनीनगर के सेंट्रल जेल में बंद फैज खान शहर में रंगदारी वसूलने के लिए गिरोह तैयार कर रहा है. इस गिरोह में मोहम्मद सुलेमान सक्रिय भूमिका में है. मोहम्मद सुलेमान के पुलिस की पकड़ में आने के बाद फैज खान के इस इरादे का खुलासा हुआ है.
एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नावाटोली के रहनेवाले मोहम्मद सुलेमान को पुलिस ने एक कट्टा, जिंदा गोली व मोबाइल के साथ पकड़ा. उस पर सदीक मंजिल चौक स्थित डॉ रज्जाक की क्लिनिक में तोड़फोड़ व मंगरदाहा बालूघाट के ठेकेदार जुम्मा कुरैशी से रंगदारी मांगने का आरोप है.
* जब्त सिम से खुल सकते हैं कई राज
मेदिनीनगर : विश्रमपुर से पकड़े गये रमेश साव के पास से छत्तीसगढ़ का सिम मिला है. कुछ दिन पूर्व रेहला थाना क्षेत्र में बिहार में पदस्थापित एक शिक्षक से रंगदारी मांगी गयी थी. इस मामले में पुलिस ने जो कॉल डिटेल निकाला था, उसमें इसकी पुष्टि हुई थी कि जिस नंबर से उक्त शिक्षक को धमकी दी गयी थी, वह छत्तीसगढ़ का नंबर है. पर उसका लोकेशन गढ़वा के आसपास बता रहा था.
सिम मिलने के बाद पुलिस अब इस मामले की नये सिरे से जांच करेगी. इसके अलावा रमेश साव के पास से चार और सिम मिला है. यह सिम किसके नाम पर है, इसकी भी जांच की जायेगी. उसके बाद कॉल डिटेल निकाला जायेगा, ताकि पता चले कि अपराधी रमेश साव के तार कहां तक जुड़े हुए हैं.
एसपी नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि संभव है कि जांच के बाद कुछ नये तथ्य उभर कर सामने आये. इस कार्य में पदाधिकारियों को लगाया जायेगा. हो सकता है कि छत्तीसगढ़ के सिम का उपयोग पुलिस को चकमा देने के लिए किया गया हो. इस मामले की जांच पुलिस उपाधीक्षक मुकेश महतो करेंगे.