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चुनाव जीतने के लिए हथकंडे न अपनायें : नामधारी

प्रतिनिधि, मेदिनीनगर.राज्य के पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी का कहना है कि अनैतिक हथकंडों से चुनाव जीतना हारने से भी बदतर होता है. चुनाव जीतने के लिए बूढ़ों की जगह जवान लोगों को पेंशन दिलवाने का आरोप जो उन्होंने लगाया है, वह पूरे साक्ष्य के साथ लगाया है. उनके इस कदम से पेंशन के लाभ […]

प्रतिनिधि, मेदिनीनगर.राज्य के पूर्व स्पीकर इंदर सिंह नामधारी का कहना है कि अनैतिक हथकंडों से चुनाव जीतना हारने से भी बदतर होता है. चुनाव जीतने के लिए बूढ़ों की जगह जवान लोगों को पेंशन दिलवाने का आरोप जो उन्होंने लगाया है, वह पूरे साक्ष्य के साथ लगाया है. उनके इस कदम से पेंशन के लाभ से वंचित रहने वाले लोग नाराज तो नहीं होंगे? इस सवाल पर श्री नामधारी ने कहा कि समझदार उनके इस कदम से खुश होंगे, क्योंकि मंैने वैसे लोगों को भविष्य में होने वाली जलालत से निजात दिलायी है. उनका कहना है कि 60 वर्ष के बदले यदि किसी 40 वर्ष के व्यक्ति को पेंशन का भुगतान हो जाये, तो उस व्यक्ति को 20 वर्षों तक तनाव एवं घुटन से गुजरना पड़ेगा. गांव में थोड़े से विवाद के बाद विरोधी तुरंत शिकायत लगा देते हैं. जांच होने के बाद उन्हें बडी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है. वोट के लालच में गलत रास्ता बताने वाले नादान दोस्तों से भी सावधान रहना चाहिए. मंैने लाभुकों को बचाने के लिए ही स्वीकृति आदेश के पहले ही मामले को उजागर किया है. क्योंकि भुगतान लेने पर लाभुकों पर भी जालसाजी का केस बनता, अब केवल पदाधिकारी दंडित होंगे, लाभुक नहीं. तब इसमें मंत्री का क्या दोष, इस सवाल पर श्री नामधारी कहते हैं कि मंत्री के करीबी लोगों ने ही गांव जाकर वैसे नवजवानों को स्वीकृति आदेश लेने का निमंत्रण दिया है. तो ऐसे में आखिर इस मामले में सूत्रधार किसी दूसरे को क्यों माना जायेगा. इसमें निश्चित रूप से अधिकारी भी दोषी हैं, सही काम करने वाले पदाधिकारी ट्रांसफर-पोस्टिंग से नहीं डरते. गलत काम के दो ही कारण हो सकते हैं, या तो अत्यधिक दबाव या पैसों का लेन-देन. सच्चाई तो जांच के बाद ही सामने आयेगी. क्योंकि मंत्री जी ही पेंशन विभाग के प्रभारी मंत्री भी हैं. उनका कहना है कि एक गांव का उन्होंने सैंपल सर्वे कराया है, जिनमें वृद्धा पेंशन के लिए जिन्हें स्वीकृति आदेश मिला है, उसमें से 30 प्रतिशत लाभुक 60 से कम उम्र के हैं. इस तरह की शिकायत उन्हें दर्जनों गांव से मिली है. जांच के बाद विस्फोटक तथ्य सामने आयेगा.

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