विकास ने पहनी थी दो लाख रुपये की घड़ी, एक कैदी के पास थी डायरी

मेदिनीनगर: मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में बंद हजारीबाग का कुख्यात अपराधी विकास तिवारी जेल में भी महंगी घड़ी पहनता है. वह दो लाख की घड़ी है, जो राडो कंपनी की थी. वहीं जमशेदपुर का अपराधी प्रदीप तिवारी सोने की चेन पहनकर रहता था.यह खुलासा शनिवार की रात सेंट्रल जेल में छापामारी के दौरान हुई. बताया गया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 11, 2017 1:25 PM
मेदिनीनगर: मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में बंद हजारीबाग का कुख्यात अपराधी विकास तिवारी जेल में भी महंगी घड़ी पहनता है. वह दो लाख की घड़ी है, जो राडो कंपनी की थी. वहीं जमशेदपुर का अपराधी प्रदीप तिवारी सोने की चेन पहनकर रहता था.यह खुलासा शनिवार की रात सेंट्रल जेल में छापामारी के दौरान हुई.

बताया गया कि पलामू के उपायुक्त अमीत कुमार और पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा के मौजूदगी में शनिवार की रात सेंट्रल जेल में छापामारी की गयी. बताया गया कि पूरे राज्य के जेल में शनिवार को एक साथ छापामारी की गयी. क्योंकि प्रशासन का यह मानना है कि जेल के अंदर से होने वाले गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए यह जरूरी है कि जेल में भी नियमित रूप से निरीक्षण किया जाये. इसी को लेकर शनिवार को उपायुक्त श्री कुमार व एसपी श्री माहथा निरीक्षण करने पहुंचे थे. दूसरे जिले के कई कुख्यात अपराधी मेदिनीनगर जेल में शिफ्ट हुए है. उनकी गतिविधि की भी जांच की गयी.

जांच के दौरान यह पाया गया कि विकास तिवारी अपने सेल में महंगी घड़ी पहनकर था. जबकि जेल मैन्युअल के अनुसार जेल के अंदर महंगे समान चेन आदि रखना नियम के विरुद्ध है. इस मामले में उपायुक्त श्री कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच होगी. इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई होगी. पहले स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. विकास तिवारी ने जो घड़ी पहन रखा था, उसे जब्त किया गया है.

जबकि जमशेदपुर का अपराधी सोने का चैन पहनकर था, उसे भी जब्त कर लिया गया है. बताया गया कि जमशेदपुर के अखिलेश सिंह गिरोह से जुड़े दो अपराधी कन्हैया सिंह व हरे राम सिंह मेदिनीनगर के सेंट्रल जेल में शिफ्ट किये गये है. इस गिरोह से जुड़े लोगों के पास से एक डायरी मिली है, जिसमें कई मोबाइल नंबर दर्ज किये गये है. इस डायरी को जब्त कर जांच शुरू कर दी गयी है.


एसपी श्री माहथा ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पूरे डायरी को खंगाला जायेगा. यह देखा जायेगा कि इसमें किसके नंबर दर्ज है और वे लोग किस रूप में इस गिरोह के साथ जुड़े हुए हैं. निरंतर जेल पर नजर बनाया रखा जायेगा ताकि जेल के अंदर से होने वाले गतिविधियों पर पूर्णत: अंकुश लग सके. इसे लेकर पूरी सक्रियता के साथ काम किया जा रहा है.

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