मेदिनीनगर: जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में पलामू जिला आवासीय विकलांग विद्यालय में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता प्राधिकार के सचिव प्रफ्फुल कुमार ने की. उन्होंने ने कहा कि आज के परिवेश में यह जरूरी है कि आप कानून की जानकारी रखें, ताकि समयानुसार उस पर अमल कर सके. इससे बदलाव आयेगा और आपके अधिकार की रक्षा होगी. वहीं दूसरों की मदद करने में भी सहायक होगी. उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए भी कई कानून बने हैं. चूंकि वे स्वयं असहाय होते हैं. ऐसे में उनके अधिकार की रक्षा करने और उन्हें उचित सरकारी सुविधा को दिलाये जाने के लिए सबों को आगे आना होगा.
उन्होंने कहा कि अक्सर हम अपने अगल-बगल में मानसिक रूप से असहाय लोगों की अनदेखी करते है. इसके कारण कुंठा बढ़ती है. पीड़ित परिवार को भी यह लगता है कि उनको इस हालात में साथ देने वाला कोई नहीं है. वे अपने को लाचार महसूस करते हैं. यदि आपके आसपास ऐसा कोई परिवार अथवा कोई व्यक्ति है, तो उसके मदद करने के लिए आगे आने की जरूरत है. जिला विधिक सेवा प्राधिकार भी दिव्यांगों के हर संभव सहयोग के लिए हमेशा तैयार है. उन्होंने कानूनी जानकारी देते हुए बताया कि कानून में हर नागरिक को अधिकार प्राप्त है. इसके लिए अनुमंडल पदाधिकारी स्तर से किसी भी प्रकार की सुविधा व अधिकार दिलाने के लिए मदद ली जा सकती है. यदि इसमें किसी भी प्रकार का अडचन होता है, तो इसकी जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पास दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्य की देखरेख के लिए पीएलभी भी सभी प्रखंड में कार्यरत है. शिविर में झालसा के मास्टर ट्रेनर प्रकाश रंजन, विद्यालय के प्राचार्य रमेश मिस्त्री, प्रबंधक पवन गुप्ता,अध्यक्ष अविनाश तिवारी, उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार सहित कई लोग मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन प्राचार्य रमेश मिस्त्री ने की.
अभिभावकों ने रखी समस्या
शिविर में आये दिव्यागों के अभिभावकों ने अपनी समस्या को प्राधिकार के सचिव के समक्ष रखी. बताया कि बैंक में उनके बच्चों का पासबुक नहीं खोला जाता है, जिससे काफी परेशानी होती है.कहते हैं कि आपके बच्चों को हस्ताक्षर याद नहीं रहता है. एक अभिभावक ने बताया कि उनका बच्चा दिव्यांग है. वे अपने पुत्र को पढ़ाना चाहती है, किसी सरकारी स्कूल में उसे नामांकन नहीं लिया जा रहा है. प्राधिकार के सचिव ने सबों को अपने आवेदन के साथ अपने कार्यालय में संपर्क करने को कहा.