जुलाई माह से न तो राशन का वितरण हुआ है और न ही केरोसिन का. जब वे लोग राशन लेने जाते हैं, तो कार्ड पर सभी माह का राशन व केरोसिन की मात्रा अंकित कर दी जाती है और कहा जाता है कि एक माह का ले लीजिए. कई कार्डधारियों को बैरंग वापस होना पड़ता है. महुलिया के कार्डधारियों ने डीलर गुलाब महिला स्वयं सहायता समूह के बारे में बताया कि वे लोग साफ कहते है कि अभी राशन मिला ही नहीं है, तो कैसे दें. यहीं रवैया बांसाबार के कार्डधारियों के साथ भी डीलर का है.
कार्डधारियों ने उपायुक्त को बताया कि 12 सितंबर को भी आवेदन दिया गया था और पूरे मामले की जानकारी दी गयी थी. इसके बाद बीडीओ को जांच की जिम्मेवारी मिली थी. लेकिन बीडीओ ने एमओ को इस मामले की जांच करने का जिम्मा सौंप दिया. लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं हुसैनाबाद के मोहम्मदा बाद मुहल्ला के मोजामिल हुसैन आदि ने भी डीलर की मनमानी के बारे में उपायुक्त को बताया. राशन कार्डधारी श्रवण मोची, मुकेश कुमार, मिथिलेश भुइयां, अनिता देवी, अखिलेश भुइयां, फुलवंती देवी, सुनीता देवी, अरुण कुमार, लीला देवी, मीरा देवी, गोविंद साव, धर्मेंद्र प्रसाद, राजदेव प्रसाद, ललिता देवी, कमला देवी, अभिमन्यु प्रसाद, जमाल खलीफा, नंदलाल प्रसाद, नसीर खलीफा, भोला साव, विजय मेहता,उदित ठाकुर, अवधेश आदि ने उपायुक्त से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है.