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सच्चाई जाने बिना आंदोलन न करें : इंदु
मेदिनीनगर. महिला पुलिस कोषांग की सदस्य इंदू भगत ने भाकपा माले के नेताओं द्वारा किये गये धरना प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सच्चाई जाने बिना आंदोलन करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि कांति देवी व तीजू भगत का मामला सामाजिक नहीं, बल्कि पारिवारिक है. इस मामले को सुलझाने का प्रयास होना […]
मेदिनीनगर. महिला पुलिस कोषांग की सदस्य इंदू भगत ने भाकपा माले के नेताओं द्वारा किये गये धरना प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सच्चाई जाने बिना आंदोलन करना उचित नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांति देवी व तीजू भगत का मामला सामाजिक नहीं, बल्कि पारिवारिक है. इस मामले को सुलझाने का प्रयास होना चाहिए. लेकिन माले के लोगों ने विवाद को सुलझाया नहीं, बल्कि उसे उलझाने का प्रयास किया. किसी भी मामले को लेकर आंदोलन करने से पहले सच्चाई की तहकीकात कर लेनी चाहिए. इंदू भगत सुदना स्थित आवास पर प्रेस कांफ्रेंस में बोल रही थी. उन्होंने कहा कि कांति देवी व तीजू भगत ने 50 वर्ष पुराना रास्ता को बंद कर प्रदीप भगत के जमीन में रास्ता निकाल रही थी.
इसी बात का विरोध करने पर दोनों मां बेटी प्रदीप भगत के साथ मारपीट करने लगे. चूंकि दोनों पक्ष के लोग उनके परिवार के सदस्य है. इस नाते वह भी मामले को सुलझाने के लिए दोनों पत्र को समझाना चाहा. एक सप्ताह से यह मामला चल रहा था. लेकिन वे लोग अपनी जीत पर अड़े हुए थे और जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे. अंतत: कानून का सहारा लिया गया और उस जमीन पर 144 व 107 धारा लगाया गया.
कानून का उल्लंघन करते हुए उन लोगों ने निर्माण कार्य जारी रखा. पुलिस प्रशासन जब उनलोगों को समझाने का प्रयास किये, तब वे लोग मारपीट करने पर उतारू हो गये. दोनों मां बेटी ने दो महिला पुलिस कर्मी की पिटाई कर दी व राइफल छीनने का प्रयास किया. यह सारा घटना उनके सामने ही घटा. इसके बाद प्रदीप भगत ने मामला दर्ज कराया. इसी आरोप में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. मौके पर डॉ एसएल भगत, डॉ स्वाति भगत, प्रदीप भगत मौजूद थे.
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