Sarna Dharma Code : झारखंड में सड़कों पर क्यों उतरा आदिवासी समाज ?

Sarna Dharma Code : लोहरदगा (गोपी कृष्ण कुंवर) : लोहरदगा जिले में केंद्रीय सरना समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो से मुलाकात की और उन्हें राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से केंद्रीय सरना समिति द्वारा वर्ष 2021 की जनगणना के परिपत्र में सरना धर्म कोड अधिसूचित करने की मांग की गई है. आदिवासी संगठनों ने जिला मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालय में रैली भी निकाली.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2020 4:33 PM

Sarna Dharma Code : लोहरदगा (गोपी कृष्ण कुंवर) : लोहरदगा जिले में केंद्रीय सरना समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो से मुलाकात की और उन्हें राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से केंद्रीय सरना समिति द्वारा वर्ष 2021 की जनगणना के परिपत्र में सरना धर्म कोड अधिसूचित करने की मांग की गई है. आदिवासी संगठनों ने जिला मुख्यालय एवं प्रखंड मुख्यालय में रैली भी निकाली.

केंद्रीय सरना समिति ने विधानसभा और कैबिनेट से इसे पास कराकर केंद्र सरकार को भेजने की मांग की है. उपायुक्त को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 2011 की जनगणना में झारखंड में अन्य धर्म कॉलम में 42,35,786 आदिवासियों की जनसंख्या दर्ज की गई है, जिसमें 41,31,282 सरना धर्मावलंबी दर्ज किया गया है. यह जनसंख्या आदिवासी जनसंख्या का 97 प्रतिशत है और कुल आदिवासी आबादी 86 लाख का 48 प्रतिशत है.

वर्ष 2011 की जनगणना में भारत की कुल आदिवासी आबादी का 79,37,734 आदिवासी आबादी ने अन्य धर्म कॉलम में अपना धर्म दर्ज किया है, जिसमें 49,57,467 आदिवासी आबादी ने सरना धर्म दर्ज किया, जो अन्य धर्म कॉलम में दर्ज हुई आबादी का 62 प्रतिशत है, जबकि गोंडा/गोड़ी धर्म-10,26,344, भील धर्म-1,323, आदिवासी धर्म-86,877, साही धर्म-13,8512, सारी धर्म-5,06,369, दोनों पाली-3,31,370 तथा अन्य नगण्य हैं.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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