लोहरदगा में जल्द खुलेगा मेडिकल कॉलेज, वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने की घोषणा,100 बेड का बनेगा अस्पताल

झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने लोहरदगा में जल्द ही मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की. साथ ही कहा 100 बेड का अस्पताल भी बनेगा. इसके लिए बजट पास हो गया है. साथ ही खूंटी, रामगढ़ और लोहरदगा को मेडिकल हब बनाने पर जोर दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2022 6:55 PM

Jharkhand News: लोहरदगा पहुंचे झारखंड के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने जिला में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है. साथ ही कहा कि 100 बेड का मल्टीस्टोरी अस्पताल के लिए बजट पास हो गया है. यहां मेडिकल कॉलेज खुलने से छात्र-छात्राएं सदर अस्पताल आकर मरीजों पर शोध कर सकेंगे. राज्य सरकार को खूंटी, रामगढ़ और लोहरदगा जिला को मेडिकल हब के रूप में विकसित करना चाहिए, ताकि रांची में होने वाली मरीजों की भीड़ कम हो.

सदर अस्पताल में डायलिसिस सेंटर का किया उद्घाटन

गुरुवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित डायलिसिस भवन में डायलिसिस सेंटर का उद्घाटन वित्त मंत्री डॉ उरांव और लोहरदगा सांसद सुदर्शन भगत ने संयुक्त रूप से किया. इस मौके पर डायलिसिस सेंटर का उद्घाटन करते हुए वित्त मंत्री डॉ उरांव ने कहा कि अब उन मरीजों को काफी सुविधा होगी जो अब तक रांची या अन्य जगहों पर जाकर डायलिसिस कराते थे. इस जिला में यह मशीन लग जाने से अब मरीज का समय और पैसे की बचत होगी.

शुक्रवार को होगा डिजिटल एक्स-रे मशीन का उद्घाटन

वित्त मंत्री डॉ उरांव ने कहा कि 25 लाख की लागत से डिजिटल एक्स-रे मशीन का उद्घाटन शुक्रवार को होगा. कहा कि पहले की मशीनें काफी पुरानी हो गयी है. इस कारण नये मशीन को लगाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों की बेहतर के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है.

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केंद्र और राज्य का सराहनीय प्रयास : सुदर्शन भगत

वहीं, लोकसभा सांसद सुदर्शन भगत ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार कि संयुक्त प्रयास से यह कार्य सफल हुआ है जो सराहनीय है. इसका फायदा लोगों को मिलेगा. जो गरीब हैं उन्हें निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिलेगी. आनेवाले समय में सौ बेड का अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का खुलना लोहरदगा जिला के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी.

गरीब मरीजों का मुफ्त में होगा डायलिसिस

मालूम हो कि डायलिसिस सेंटर का संचालन एसकैब संजीवनी प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता द्वारा किया जाएगा जिसके लिए झारखंड सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के बीच करार हुआ है. डायलिसिस केंद्र में एक बार में अधिकतम पांच मरीजों का डायलिसिस किया जा सकेगा. वर्तमान में दो मरीजों के डायलिसिस की सुविधा है. जिन लोगों के पास आयुष्मान भारत कार्ड है, गरीबी रेखा से नीचे हैं या निम्न आय वर्ग वाले हैं, उनके परिवार के मरीजों का डायलिसिस निःशुल्क होगा. वहीं, सामान्य एवं सक्षम लोगों के मरीजों के लिए प्रति डायलिसिस का शुल्क 1206 रुपये होगा. इस मौके पर तकनीकी स्टाफ व अन्य उपस्थित थे.

Posted By: Samir Ranjan.

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