तीन लाख रुपये की लकड़ी जब्त

कुड़ू : वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास कुमार उज्जवल को मिली सूचना के आधार पर कुड़ू वन क्षेत्र पदाधिकारी के आदेश पर गुरुवार को हुई छापामारी में वन विभाग ने लगभग तीन लाख की लकड़ी जब्त की. सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. कुड़ू वन क्षेत्र पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि सूचना मिली थी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 24, 2017 1:32 AM
कुड़ू : वन प्रमंडल पदाधिकारी विकास कुमार उज्जवल को मिली सूचना के आधार पर कुड़ू वन क्षेत्र पदाधिकारी के आदेश पर गुरुवार को हुई छापामारी में वन विभाग ने लगभग तीन लाख की लकड़ी जब्त की.
सभी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. कुड़ू वन क्षेत्र पदाधिकारी चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुड़ू थाना क्षेत्र के फुलसुरी पतराटोली में अवैध रूप से काट कर कई प्रजाति के पेड़ों की लकड़ी रखी गयी है. इस आधार पर कुड़ू वनपाल अक्षय सिंह, लोहरदगा के वनपाल हरेंद्र सिंह, बलराम महतो, वनरक्षी जिरबानुस टोप्पो, राजेंद्र पंडित, जया उरांव समेत होमगार्ड के जवान छापामारी करने फुलसुरी पतरा टोली पहुंचे. घर से दूर पिछवाडे में एक स्थान पर सेमल, गमहार, शीशम, साल के कई पेड़ों को काट कर रखा गया था. साथ ही कई नये तैयार हो रहे पेड़ों को काट कर रखा गया था. वन विभाग ने इन लकड़ियों को जब्त कर कुड़ू ले आये. अधिकारियो ने बताया कि सभी लकड़ी फुलसुरी पतरा टोली के सलीम अंसारी, जमरूदीन अंसारी, जैनुल अंसारी, कलीम अंसारी तथा कुर्बान अंसारी ने काटे थे. इन लकड़ियों को बेचने की तैयारी थी पांचो आरोपियो पर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
जलापूर्ति योजना के लिए कनेक्शन का काम प्रारंभ
कुड़ू. कुड़ू शहरी जलापूर्ति योजना शुरू कराने के लिए पेयजल एंव स्वचछता विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. दक्षिण कोयल नदी तट पर पंप हाउस बनाने से लेकर इंटेक वेल तथा फिल्टर हाउस बन कर तैयार है. कुड़ू ब्लॉक मोड़ के समीप जलमीनार भी तैयार है. जलमीनार में पानी की आपूर्ति को लेकर जांच का काम हो चुका है. पाइप लाईन बिछाने के बाद घरों मे कनेक्शन के लिए विभाग द्वारा कनेक्शन शुल्क के बाद रसीद काटा जा रहा है.
जिनका रसीद कट गया है, उनके घरों में विभाग के कर्मी कनेक्शन का काम कर रहे हैं. गुरुवार को लक्ष्मी नगर में कनेक्शन करने का काम शुरू किया गया. कुड़ू की पूर्व मुखिया नीलू देवी व पंसस चंपा देवी द्वारा जलापूर्ति योजना के लिए किये गये संघर्ष को सराहा जा रहा है.

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