हमारी सभ्यता व संस्कृति जमीन से ही जुड़ी है

लोहरदगा : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा सभी प्रखंड अध्यक्ष से समन्वय स्थापित कर भारतीय जनता पार्टी की रघुवर सरकार द्वारा लाये गये भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन का विरोध लोहरदगा, कुडू, करो, भंडारा, सेन्हा, किस्को, पेशरार सभी प्रखंडों में धरना प्रदर्शन के माध्यम से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 22, 2018 6:22 AM

लोहरदगा : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा सभी प्रखंड अध्यक्ष से समन्वय स्थापित कर भारतीय जनता पार्टी की रघुवर सरकार द्वारा लाये गये भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन का विरोध लोहरदगा, कुडू, करो, भंडारा, सेन्हा, किस्को, पेशरार सभी प्रखंडों में धरना प्रदर्शन के माध्यम से किया गया. धरना प्रदर्शन कांग्रेस पार्टी, जेएमएम, जेवीएम, आरजेडी तथा विपक्षी दल द्वारा संयुक्त रुप से किया गया,

धरना के उपरांत राज्यपाल के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन के माध्यम से भूमि अधिग्रहण बिल में संशोधन को वापस लेने की मांग महामहिम से की गयी. धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा गया कि भूमि अधिग्रहण संशोधन बिल झारखंड के आदिवासी मूलवासी के लिए काला अध्याय है. आजादी के बाद से है गांव गांव में अस्पताल कॉलेज स्कूल खुले कई उद्योग तथा कल कारखाने खोले गये. परंतु इस तरह कि बिल की आवश्यकता नहीं पड़ी.

भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस बिल के माध्यम से गरीब किसान मजदूर यहां के आदिवासी मूलवासी का जमीन हड़प कर उद्योगपतियों को देना चाहती है. झारखंड की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी. जल जंगल जमीन में सिर्फ और सिर्फ यहां के आदिवासी मूलवासी का हक है. सभ्यता संस्कृति जमीन से ही जुड़ी है. कांग्रेस पार्टी सहित जेएमएम, जेवीएम, आरजेडी सहित सभी विपक्षी दल इस बिल का विरोध करते हैं. और करते रहेंगे. धरना प्रदर्शन में लोहरदगा प्रखंड से विरमत भगत, अनिल कुमार, सहादत हुसैन, राजू कुरैशी, सोनू कुरैशी, बबलू, कुडू प्रखंड से सदरूल अंसारी, देवनाथ भगत, समसुल अंसारी, मोईन अंसारी, दरोगा उरांव, भंडरा प्रखंड से डोमना उरांव, किस्सा उरांव, अमर साहू, शमीम अंसारी, निरंजन उरांव, किस्को प्रखंड से सामुल अंसारी, शनिचरवा उरांव, नुसरत अंसारी, दयानंद उरांव, उल्फत, बबलू, कैरो से खलील अंसारी, किशोर उराँव, मुस्लिम अंसारी, ताहिर सुखदेव सज्जाद, सेन्हा से नंदू शुक्ला, जमील अंसारी, राम उरांव, हरि उरांव, मुकेश उरांव, नवीन, पेशरार से बबुआ उरांव, रविंदर सिंह, गणेश लोहरा, अर्जुन सिंह, जियाउद्दीन अंसारी आदि मौजूद थे.

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