महिला किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया

किस्को-लोहरदगा: जिला कृषि विज्ञान केंद्र किस्को में महिला किसान दिवस के मौके पर महिला किसान सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांव के महिलाओं ने भाग लिया. मौके पर उपस्थित जिला समन्वयक वैज्ञानिक डॉ शंकर कुमार सिंह ने महिला किसानों को सशक्त बनाने के लिए कृषि विज्ञान द्वारा नई तकनीकों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 16, 2017 12:24 PM
किस्को-लोहरदगा: जिला कृषि विज्ञान केंद्र किस्को में महिला किसान दिवस के मौके पर महिला किसान सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांव के महिलाओं ने भाग लिया. मौके पर उपस्थित जिला समन्वयक वैज्ञानिक डॉ शंकर कुमार सिंह ने महिला किसानों को सशक्त बनाने के लिए कृषि विज्ञान द्वारा नई तकनीकों के बारे में बताया, जिससे उनके आय में वृद्धि हो. साथ ही मशरूम उत्पादन, मछली पालन, बकरी पालन एवं सूकर पालन के लिए प्रेरित किया गया. महिलाओं द्वारा सब्जी उत्पादन, फल व फूल उत्पादन पर एवं नई तकनीकों के बारे में जानकारी दी गयी.
शंकर कुमार सिंह ने कहा कि सिर्फ फसल उत्पादन से आय में वृद्धि करना संभव नहीं है. इसके लिए खेती के साथ-साथ मशरूम उत्पादन, मधु पालन, मूल्य संवर्धन छटाई करना, सफाई करना एवं पैकिंग करना साथ ही पशुपालन दूध उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गी पालन एवं पशुपालन करें. उन्होंने कहा कि बीज उत्पादन में महिला किसानों को बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए. आज भी लोहरदगा जिला में बीज की कमी है.

आने वाले दिनों में महिलाओं के द्वारा बीज हब बना कर बीज का उत्पादन करना है. मौके पर डॉ सुषमा के द्वारा महिला किसानों को पैरा फसल की जानकारी देते हुए कहा कि धान कटाई के पश्चात उनका खेत परती रह जाती है. उसमें किसान दाल वाली मटर, तीसी या मसूर की छोटी खेती करे. उसमें एक फसल कम पानी में अर्थात जो खेत में नमी बनी हुई है. उस नमी से खेती संभव है. पशुपालन वैज्ञानिक डॉक्टर हेमंत कुमार पांडे ने किसानों को फसल के साथ साथ समेकित खेती पर जोर दिया. उन्होंने बकरी पालन, मुर्गी पालन, सूकर पालन, गाय पालन के महत्व को बताया. उन्होंने बकरी में ब्लैक बंगाल, मुर्गी में झारसिम तथा शुकर में झारकुस किस्मो को उत्तम बताया .

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