लोहरदगा जिला खुले में शौच से मुक्त

लोहरदगा : स्वच्छ भारत मिशन के अंर्तगत लोहरदगा जिला खुले में शौचमुक्त जिला बन गया. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जो आंकड़ा प्रस्तुत किया गया, उसके अनुसार बेस लाईन सर्वे में जितने घरों में शौचालय का निर्माण करना था उन तमाम घरों में शौचालय का निर्माण करा दिया गया और एमआइएस इंट्री भी हो गया. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 19, 2017 12:47 PM
लोहरदगा : स्वच्छ भारत मिशन के अंर्तगत लोहरदगा जिला खुले में शौचमुक्त जिला बन गया. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जो आंकड़ा प्रस्तुत किया गया, उसके अनुसार बेस लाईन सर्वे में जितने घरों में शौचालय का निर्माण करना था उन तमाम घरों में शौचालय का निर्माण करा दिया गया और एमआइएस इंट्री भी हो गया. बेस लाईन सर्वे के अनुसार अब लोहरदगा जिला में एक भी घर ऐसे नहीं है, जिसमें शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है. ओडीएफ हो जाने के बाद अब विधिवत इसकी घोषणा की जानी है.राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा लोहरदगा आकर इसकी घोषणा समारोह में करेंगी.
हालांकि जिले के उपायुक्त विनोद कुमार ने 15 अगस्त को अनौपचारिक रूप से लोहरदगा को खुले में शौच मुक्त जिला घोषित कर दिया है. नगर परिषद क्षेत्र को पहले ही खुले में शौचमुक्त घोषित किया जा चुका है. लोहरदगा जिला बिहार, ओड़िसा एवं झारखंड का पहला जिला है, जो खुले में शौचमुक्त जिला बना है. लोहरदगा शहरी एवं ग्रामीण दोनों खुले में शौचमुक्त घोषित किये गये हैं.
इसके पूर्व रामगढ़ जिला को खुले में शौचमुक्त जिला बनने की घोषणा की गयी थी, लेकिन रामगढ़ में सिर्फ ग्रामीण इलाकों में ओडीएफ हुआ था लेकिन लोहरदगा में ग्रामीण एवं शहरी दोनो क्षेत्र ओडीएफ कर दिया गया है.
लोहरदगा जिला में बेस लाइन सर्वे सूची के अनुसार 353 गांवों में 59573 शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया था, जो पूरा हो गया है. इसमें जिला प्रशासन, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के सभी अभियंता व अधिकारी, कर्मचारी, यूनिसेफ के प्रतिनिधि, मास्टर ट्रेनर,साक्षरता समिति, स्वच्छता प्रेरक, स्वच्छता ग्राहियों ने अथक प्रयास किया. इस अभियान को सफल करने में गांव की सरकार, जनप्रतिनिधि, महिलाएं, युवा वर्ग काफी सक्रिय भूमिका निभाया. सामूहिक प्रयास रंग लाया और झारखंड राज्य में लोहरदगा जिला पहला ओडीएफ जिला घोषित हो गया है.
अभी भी कुछ घरों में नहीं है शौचालय
जिले में बेस लाईन सर्वे के बाद अभी भी कुछ घरों में शौचालय नहीं है. चूंकि उनका नाम बेसलाईन सर्वे में नहीं था. जिला प्रशासन द्वारा मनरेगा के तहत तथा विधायक सुखदेव भगत के मद से उन घरों में शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है. विधायक सुखदेव भगत ने 100 शौचालय निर्माण के लिए राशि दी है. इसी तरह हिंडालको कंपनी से भी 1000 शौचालय निर्माण कराने को कहा गया है. जिले के क्रशर संचालकों के द्वारा भी 10-10 शौचालय निर्माण की बात कही गयी है. पूर्व में बने शौचालय जो जीर्णशीर्ण हो चुके हैं उनकी मरम्मत भी करायी जा रही है.
शौचालय का उपयोग बड़ी जिम्मेवारी
लोहरदगा जिले के उपायुक्त विनोद कुमार ने कहा कि यह लोहरदगा जिला वासियों के लिए गर्व की बात है कि लोहरदगा जिला खुले में शौचमुक्त हो गया है. यहां शौचालय तो बन गये, लेकिन यहीं काम खत्म नहीं हुआ है. पूर्ण स्वच्छता का सिर्फ पहला पार्ट खत्म हुआ है. अब तो हम सब की जिम्मेदारी और बढ़ गयी है जिसे सामूहिक जिम्मेवारी के बिना पूरा नहीं किया जा सकता है और वह जिम्मेवारी है कि प्रत्येक ग्रामीण व शहरी नागरिक शौचालय का पूरी तरह से उपयोग करें, खुले में शौच से बाज आयें. जिले को स्वच्छ बनाये रखना हम सबों का दायित्व है.

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