टोरी में ट्रैक जाम, कई ट्रेनों के रूट बदले, रामेश्वर उरांव ने प्रदर्शनकारियों से की बात

चंदवा में टोरी रेलवे क्रॉसिंग के समीप टाना भगतों का आंदोलन दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा.

By Sameer Oraon | September 4, 2020 10:05 AM

लातेहार : चंदवा में टोरी रेलवे क्रॉसिंग के समीप टाना भगतों का आंदोलन दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा. 26 घंटे से भी ज्यादा समय से चल रहे इस आंदोलन से इस रूट पर रेलवे का चक्का जाम हो गया है. इससे राजधानी सहित कई ट्रेनों का रूट बदलना पड़ा. रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका जतायी जा रही है.

गुरुवार को दिन भर प्रशासनिक अधिकारी टाना भगतों मनाने का प्रयास करते रहे, लेकिन इन्होंने दो टूक कह दिया कि जब तक राज्यपाल द्वारा लिखित आश्वासन नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा. देर शाम करीब सात बजे विधायक बैजनाथ राम, लातेहार के उपायुक्त और एसपी टोरी स्टेशन पहुंचे थे. उन्होंने टाना भगतों को मनाने का प्रयास किया, पर वह नहीं माने.इससे पहले बुधवार शाम करीब 5:00 बजे बड़ी संख्या में टाना भगत रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंचे थे और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था.

ये लोग चादर, तिरपाल लेकर आये थे, जिसके सहारे इन्होंने रेलवे ट्रैक पर ही रात बितायी. जिला प्रशासन ने रात में खाने की सामग्री उपलब्ध करायी, जिसे टाना भगतों ने अस्वीकार कर दिया. इन्होंने अपने साथ लाये सत्तू, चना, गुड़ और अन्य खाद्य सामग्री से पेट भरा.

इसलिए हो रहा है आंदोलन

जमीन का मालिकाना हक नहीं मिलने और उनकी खेती योग्य जमीन को वन भूमि बता कर कोयला उत्खनन के लिए सीसीएल को दिये जाने के विरोध में टाना भगतों का यह आंदोलन वर्ष 2017 में चतरा जिले के टंडवा प्रखंड के ठेठांगी गांव से प्रारंभ हुआ था. फिलहाल यह आंदोलन अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानी नीति टाना भगत समुदाय के बैनर तले चल रहा है.

प्रदर्शन में गुमला, लोहरदगा, रांची, पलामू, हजारीबाग, सिंहभूम और मांगभूम जिले से टाना भगत समुदाय के महिला-पुरुष व बच्चे शामिल हैं. दिल्ली से आ रही राजधानी डाल्टेनगंज में फंसी, रांची से बदले मार्ग से रवाना हुई: टोरी में चक्का जाम होने की वजह से दिल्ली से रांची आ रही राजधानी एक्सप्रेस गुरुवार सुबह से ही डाल्टेनगंज रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी.

टाना भगतों से मंत्री रामेश्वर उरांव ने की बात

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने लातेहार जिले के टोरी रेलवे स्टेशन के निकट धरना पर बैठे टाना भगतों से बातचीत की. साथ ही उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में पहल करते हुए पार्टी की ओर से तीन सदस्यीय समिति का गठन किया. डॉ उरांव ने कहा कि भूमि पट्टा, टाना पेंशन, सीएनटी एक्ट में मिले अधिकारों को लेकर एवं अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत टाना भगतों की आवाज पार्टी एवं सरकार के संज्ञान में आयी है.

posted by : sameer oraon

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