लातेहार (आशीष टैगोर) : बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद हावी नहीं है. छोटे शहरों के लोगों ने भी यहां अच्छा-खासा मुकाम हासिल किया है. उन्हीं लोगों में मैं भी एक हूं. ये बातें मशहूर पटकथा लेखक, अभिनेता व निर्माता जीशान कादरी ने झारखंड के लातेहार जिला में कहीं.
समाहरणालय के सभागार में जीशान कादरी लातेहार में ‘फिल्म व संभावनाओं’ विषय पर चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि नेतरहाट एक खूबसूरत जगह है. इसकी खूबसूरती बेमिशाल है. नेतरहाट एवं यहां की प्रचलित मैंगनोलिया की पटकथा उपलब्ध करायी जाये, तो एक अच्छी फिल्म बन सकती है.
इस पर उपायुक्त अबु इमरान ने कहा कि मैंगनोलिया की प्रचलित कथा की सत्यता जानने प्रयास किया जा रहा है. स्थानीय अधिकारी व आम लोगों के अलावा नेतरहाट आवासीय विद्यालय को भी इस संबंध में प्रामाणिक दस्तावेज उपलब्ध कराने का आग्रह किया है.
उपायुक्त ने लातेहार जिला में फिल्म निर्माण के लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से दी. प्रभात खबर को जीशान कादरी ने कहा कि झारखंड में भी फिल्म की काफी संभावनाएं हैं. इसके लिए एक पॉलिसी बनानी होगी. पॉलिसी बनाने के साथ साथ स्थानीय लोगों को इसके फिल्म निर्माण के लिए आगे आना होगा.
उन्होंने कहा कि उपायुक्त अबु इमरान और वे झारखंड के धनबाद शहर के एक ही गली में रहते थे और आज 22-23 साल बाद मिल रहे हैं. अपने फिल्मी करियर के बारे में कादरी ने कहा कि वे वर्ष 2008 में काम की तलाश में मुंबई गये थे. वहां एक कंपनी में काम किया. उन्हें लिखने का शौक था और फिल्मों में किस्मत आजमाना चाहते थे. इसी दौरान निदेशक अनुराग कश्यप से उनकी मुलाकात हुई.
जीशान कादरी ने बताया कि उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर की पटकथा लिखी और वर्ष 2012 में यह फिल्म रिलीज हुई. फिल्म हिट हो गयी. इसके बाद उनका फिल्मी सफर शुरू हो गया. मौके पर लातेहार के विधायक की पत्नी सीमा राय ने श्री कादरी को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुरेंद्र कुमार वर्मा व नगर पंचायत उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा उपस्थित थे.
Posted By : Mithilesh Jha